हल्द्वानी: उत्तराखंड पुलिस अब जनता के और करीब पहुंच गई है। पुलिस ने एक नया आइडिया खोज निकाला है। जिसके बारे में बात करते हुए आईजी डॉ नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि कुमाऊं मंडल में अपराध कम करने के लिए फिर से ई-बीट पुलिसिंग की शुरुआत की गई है।
आईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि कुमाऊं मंडल में 1500 सिपाहियों को ई-बीट पुलिसिंग की जिम्मेदारी दी गई है। कुमाऊं भर के 6 जिलों के 74 थानों में पुलिसकर्मी अपराध नियंत्रण, नशे पर लगाम कसने और बेहतर कानून व्यवस्था बनाने के लिए घर-घर संवाद करेंगे। उन्होंने बताया कि सभी बीट पुलिसकर्मी अपने मोबाइल नंबर और नाम के स्टिकर भी हर घर के बाहर लगाएंगे।
आईजी नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक अब छोटी से छोटी समस्या पर भी पुलिस लोगों की मदद करेगी, जिसके लिए ई-बीट पुलिसिंग की शुरुआत की जा रही है। बीट पुलिसिंग के लिए प्रत्येक सिपाही को लक्ष्य दिया जाएगा। उनके काम की समीक्षा भी हर महीने की जाएगी। आईजी ने ये भी बताया कि एक सिपाही को कुल 44 काम दिए जाने की योजना तैयार की गई है।