पिथौरागढ़: वर्दी में तैनात जवानों की भूमिका इस देश के लिहाज से कितनी ज्यादा है, ये शायद कभी कभी हमारे दिमाग से निकल जाता है। लेकिन इस बात से जवानों का हौसला कभी कम नहीं होता। देवभूमि में एसडीआरएफ के जवानों ने एक बार फिर धरती पर देवदूतों के मौजूद होने का परिचय दे दिया है। जवानों ने एक संक्रमित मरीज को बुई गांव से स्ट्रेचर पर लेटाकर, तीन किमी पैदल सफर कर अस्पताल पहुंचाया।
तहसील के बुई गांव में हाल में दो संक्रमित पाए गए थे। उन्हें घर में अलग अलग रखा गया था। अब इनमें से एक 76 वर्षीय कोरोना संक्रमित की तबीयत खराब हो गई है। तबीयत खराब हुई तो बुई की ग्राम प्रधान लक्ष्मी रलमाल और आशा कार्यकर्ता पानुली गनघरिया ने कोविड प्रबंधन ग्रुप में सूचना दी। उन्होंने बताया कि पीपीई किट ना होने के कारण संक्रमित को इलाज के लिए मुनस्यारी नहीं लाया जा सका।
यह मैसेज जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने डीएम, एडीएम, एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी को भेज दिया। इसके बाद त्वरित निर्णय लेते हुए एसडीएम अभय प्रताप सिंह और नोडल अधिकारी डॉ. चंदोला ने एसडीआरएफ के जवानों को बुई गांव के लिए रवाना किया।
बता दें कि बुई गांव से डायरेक्ट कोई साधन शहर तक नहीं पहुंचा सकता। पहले यहां से तीन किमी पैदल यात्रा कर लीलम पहुंचना होता हैं। वहीं से वाहन की सुविधा उपलब्ध है। जवान पहुंचे और उन्होंने पीपीई किट में कोरोना संक्रमित को स्ट्रेचर पर रखा। ऐसे ही जवानों ने कंधों के सहारे संक्रमित को लीलम सड़क तक पहुंचाया, जहां से उसे कोविड अस्पताल मुनस्यारी में रखा गया है। बहरहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है। इस बात की चर्चा क्षेत्र भर में हो रही है।