देहरादून: 23 मार्च 2018
रुड़की को साफ सुथरा रखने के लिए प्रशासन ने सख्त निर्णय लिया है। अगर इस फैसले के खिलाफ कोई कार्य हुआ तो पांच हजार रुपए का जुर्माना देना होगा। प्रशासन ने शहर में डिस्पोजल के इस्तेमाल को पूरी तरह से बैन करने का फैसला किया है। ये फैसला उन कार्यक्रमों के लिए भी झटका है जहां डिस्पोजल और प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है। इस लिस्ट में भंडारा और शादी ही सबसे पहले ध्यान में आता है। यानी प्रशासन द्वारा लिए इस फैसले के खिलाफ जाना शादी में खलल डाल सकता है।
जिला प्रशासन की ओर से एक अप्रैल से पूरे जिले में डिस्पोजल थर्माकोल के खिलाफ अभियान चलेगा। इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने डिस्पोजल थर्माकोल पत्तल व्यापारियों के साथ बैठक की।अब शादी ब्याह में आपको डिस्पोजल की पत्ते में ही मेहमानों को खाना खिलाना होगा। डिस्पोजल के गिलास पर पानी पिलाने के बजाय कागज या स्टील के गिलास का प्रयोग करना होगा। एक अप्रैल से शुरू हो रहे अभियान को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने डिस्पोजल, थर्माकोल व्यापारियों के साथ बैठक की।इस दौरान व्यापारियों ने भी नगर निगम प्रशासन के सामने अपनी बात रखी है।
सहायक नगर अधिकारी चंद्रकांत भट्ट ने बताया कि व्यापारियों का कहना था कि उनके यहां डिस्पोजल और थर्माकोल का काफी स्टॉक है। इसलिए उन्हें एक माह की मोहलत दी जाए।उन्होंने बताया कि होटल एसोसिएशन, धर्मशाला, बारातघर, बेडिंग प्वाइंट, मंदिर समिति के कर्मचारियों को भी बैठक करने के लिए बुलाया जाएगा, उन्हें भी थर्माकोल, डिस्पोजल के आइटमों का प्रयोग न करने को कहा जाएगा। बताया कि एक अप्रैल के बाद जिस भी बारात घर, होटल, वेडिंग प्वाइंट में डिस्पोजल थर्माकोल की सामग्री का प्रयोग होगा उन पर 5 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
बता दें कि मोदी सरकार ने साल 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी, जिसके बाद शहर और गांव को साफ रखने के लिए प्रशासन ठोस कदम उठा रहा है।