Nainital-Haldwani News

बदलाव की ओर : छात्रसंघ अध्यक्ष पद का चुनाव हारने के बावजूद मीमांशा ने पेश की मिसाल


हल्द्वानी:हेमराज चौहान: एमबीपीजी कॉलेज में हुए छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर ABVP के कुलदीप कुल्याल और NSUI की मीमांशा आर्य के बीच हुए मुकाबले में कुलदीप कुल्याल ने 597 वोटों से जीत हासिल की। कुलदीप को 2400 और मीमांशा आर्य को 1803 वोट पड़े।
Image may contain: 1 person
 मीमांशा भले ही ये चुनाव हार गई हो पर उन्होंने एमबीपीजी के साल के इतिहास मे़ अपना नाम अमिट कर दिया है। यहां अध्यक्ष पद पर पहली बार कोई दलित छात्रा खड़ी हुई थी। अपने अाक्रामक अंदाज और चुनाव प्रचार से उन्होंने विपक्षी खेमें की सांसे फूला दी थी। हाला़ंकि उनके चुनाव लड़ने को लेकर जमकर राजनीति हुई। यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हद्रयेश ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत पर मीमांशा का एडमिशन रद्द करवाने के लिए दवाब बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहली बार कोई दलित लड़की हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज से चुनाव लड़ रही है और एक मंत्री को ये मंज़ूर नहीं है।
Image may contain: 6 people, people smiling, text
Image may contain: 2 people, people smiling, people standing and outdoor
इन सबके बावजूद मीमांशा ने चुनाव मज़बूती से लड़ा और एनएसयूआई की तरफ से एबीवीपी को कड़ी टक्कर दी। गौरतलब है कि 1960 में एमबीपी कॉलेज की स्थापना हुई। यहां साल 1978 से छात्रसंघ की निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हुई थी।  पहली बार किसी दलित छात्रा अध्यक्ष पद पर लड़ने का मौका मिला जिसे उसने बखूबी निभाया। मीमांशा वह प्रत्याशी साबित हुई जिन्होंने अपने प्रचार-प्रसार के दम पर इस पद को हॉट सीट बना दिया था। इस बात से साफ है कि कुमाऊं की युवा छात्राओं में भी लीड करने की क्षमता है और अगर मीमांशा की तरह संगठन छात्राओं को मौका देते रहे तो MBPG कॉलेज का इतिहास बदलता नज़र आ सकता हैं।
To Top