अल्मोड़ा: साल 2020 गया तो लोगों ने राहत की सांस ली। लगा तो यही था कि साल के साथ महामारी भी निपट गई है। मगर ऐसा नहीं हुआ। गर्मियां आते ही कोरोना ने फिर से हल्ला कर दिया है। कोविड ने लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार के साथ उत्तराखंड सरकार भी सख्त हो गई है।
इसी कड़ी में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अल्मोड़ा बॉर्डर से 16 वाहनों में सवार 66 पर्यटकों को वापस लौटा दिया। बगैर रिपोर्ट के उत्तराखंड में प्रवेश करने का ख्याल सैलानियों को भारी पड़ गया। उन्हें बिना घूमे फिरे ही घरों को वापस जाना पड़ गया।
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हुआ यह कि जबसे उत्तराखंड में कोविड-19 के केस बढ़ने लगे हैं। शासन ने एसओपी जारी कर सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को आदेशित कर दिया। आदेश यह हैं कि बिना कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के दिल्ली, हरियाणा समेत 12 राज्यों से आने वालों को उत्तराखंड में प्रवेश ना दिया जाए। अगर दिया जाए तो उनका बॉर्डर पर ही टेस्ट किया जाए।
जिसके बाद अल्मोड़ा के डीएम नितिन सिंह भदौरिया के निर्देश पर लोधिया बैरियर पर सख्ती शुरू हो गई है। बगैर आरटीपीसीआर टेस्ट के बाहरी राज्यों व शहरों के लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शुक्रवार को बैरियर पर स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पुलिस का दल तैनात रहा।
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तभी दिल्ली व बरेली के साथ ही नोएडा, गाजियाबाद, हरियाणा, फरीदाबाद, हापुड़, गुरुग्राम आदि शहरों से जागेश्वरधाम, कौसानी, अल्मोड़ा, बागनाथ आदि पर्यटन स्थलों का लुत्फ उठाने पहुंचे करीब 66 सैलानियों को वापस लौटा दिया गया। जानकारी के अनुसार ये लोग आरटीपीसीआर टेस्ट कराए बगैर उत्तराखंड पहुंचे थे।
इसके अलावा दूसरे राज्यों से पहुंचे 13 अन्य लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग व आरटीपीसीआर टेस्ट के बाद उन्हें होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी गई। बता दें कि पुलिस की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार शाम तक 80 वाहनों को रुकवा कर सैलानियों की कोरोना रिपोर्ट चेक की। इसी दौरान जिनके पास आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट नहीं मिली, उन्हें लौटा दिया गया।
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