हल्द्वानी: सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में उत्तराखंड क्रिकेट टीम का आगाज कुछ अच्छा नहीं रहा। पहले मैच में उत्तराखंड को क्रुनाल पांड्या की बडौदा ने 5 रनों से हराया। इस मैच हार के बाद कुछ सकारात्मक पहलू उत्तराखंड के लिए सामने आए हैं। सबसे पहले पिछले सीजन उत्तराखंड के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दीक्षांशु नेगी ने एक बार फिर भरोसा दिखाया है कि वह अपने अनुभव का इस्तेमाल हर परिस्थिति में करेंगे। टी-20 स्पेशिलिस्ट के रूप में दीक्षांशु की पहचान भी है।
देश की विख्यात क्रिकेट लीग में शुमार केपीएल का भी वह हिस्सा रहे हैं और करीब 5 सीजन वहां पर खेलें। इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड के लिए साल 2019-2020 सीजन में डेब्यू किया। पिछले सीजन में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में तीन अर्धशतक के साथ टीम की ओर से सबसे ज्यादा 450 रन बनाए और 9 विकेट भी अपने नाम किए थे।
पिछले सत्र के रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट की तरह दीक्षांशु नेगी ने फिफ्टी के साथ अपने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी सीजन की शुरुआत की। बडौदा के खिलाफ उन्होंने 57 गेंदों में नाबाद 77 रन बनाए। उन्होंने नौ चौके व एक छक्का जड़ा। लिस्ट ए करियर में दीक्षांशु का यह पहला अर्धशतक रहा। बात पिछले साल की करें तो उत्तराखंड ने रणजी ट्रॉफी सीजन का आगाज जम्मू कश्मीर के खिलाफ किया था। टीम को हार का सामना करना पड़ा था। रणजी ट्रॉफी में अपने डेब्यू कर रहे नेगी ने दूसरी पारी में नाबाद 55 रनों की पारी खेली थी। दोनों पारियों में वह नाबाद रहे थे।
बता दें कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के पहले मैच में बडौदा ने उत्तराखंड को 169 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में उत्तराखंड 163 रन ही बना पाया। बडौदा के लिए कप्तान कुणाल पांड्या ने 42 गेंदों में पांच चौके व पांच छक्के की मदद से 76 व एसके पटेल ने 30 गेंदों में 41 रन की पारी खेलकर वडोदरा को 20 ओवर में सात विकेट पर 168 रन तक पहुंचाया था।