नैनीताल: संक्रमण की दर में आई कमी जन जीवन को अस्त व्यस्त से फिर एक बार दुरुस्त करने का काम कर रही है। नैनीताल में भी मामले पहले से खासे कम आ रहे हैं। इसी क्रम में अब जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने पर्यटकों के लिए बड़ी राहत प्रदान की है। डीएम ने कोरोना कर्फ्यू में रियायत बरतते हुए झील में नौकायन व घोड़ा संचालन को अनुमति दे दी है। लिहाजा संचालकों से नियमों का अनुपालन करने की सख्त अपील की गई है। अब सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक पर्यटकों के लिए सैर सपाटा आनंदमय होगा।
हाल ही में कर्फ्यू को लेकर जारी हुए शासनादेश के मुताबिक डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने भी जिले में एसओपी जारी कर दी। जिसके तहत 15 जून से 22 जून प्रात: छह बजे तक कर्फ्यू घोषित किया गया। इस बार बड़ा बदलाव ये रहा कि सब्ज़ी, दूध, मिठाई, फूल आदि दुकानें प्रतिदिन सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक नियमित रूप से खुल सकेंगी। इसके अलावा डीएम ने संक्रमण में आई कमी और सरोवर नगरी के पर्यटन को देखते हुए कर्फ्यू में कुछ रियायत भी दी हैं।
यह भी पढ़ें: भारत में दर्ज हुई कोरोना वैक्सीन के कारण पहली मौत, केंद्र ने की पुष्टि
डीएम गर्ब्याल ने कहा कि नैनीताल, भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, सरिता ताल में नाव संचालन एवं घुड़सवारी प्रातः 8 बजे से सांय 5 बजे तक अनुमन्य होगी। नाव संचालक, नाविक, घोड़ा स्वामी तथा घुड़सवार राज्य एवं जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। ध्यान रखने योग्य बात ये भी है कि नाव में चालक के अतिरिक्त दो व्यक्तियों के बैठने की ही अनुमति होगी। साथ ही पैडल बोट मे केवल दो ही व्यक्ति बैठ सकेंगे।
नाव को सेनिटाइज करना, चालक व सवारियों का मास्क पहनना, लाइफ जैकेट को उपयोग करना अनिवार्य होगा। DM गर्ब्याल ने पुलिस क्षेत्राधिकारी, अधिशासी अधिकारी,पर्यटन अधिकारी, थानाध्यक्ष, नाव एवं घोड़ा संचालक समिति को निर्देश दिए कि वे जारी निर्देशों का गंभीरता से अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे। ऐसा ना होने पर आपदा प्रबन्धन एक्ट के तहत कार्यवाही भी की जाएगी।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: गोदमु गांव के पूर्व प्रधान ने खुद को मारी गोली,आर्थिक स्थिति बनी वजह!
यह भी पढ़ें: हल्द्वानी लालकुआं पुलिस की बड़ी कार्रवाई, जंगल से अवैध हथियारों के साथ पकड़े तीन युवक