अब राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के जनरल वार्ड में भर्ती मरीज को प्लाज्मा लिए जाने के लिए नौ हजार रुपये तथा मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों व अन्य निजी चिकित्सालयों के प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीजों से 12 हजार रुपये लिए जाएंगे। प्रदेश सरकार ने अब एफेरेसिस मशीन से प्लाज्मा लिए जाने के लिए शुल्क निर्धारण कर दिया है। हालांकि, यह शुल्क उन्हीं से लिया जाएगा, जो अभी निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं।
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बता दें कि कुछ समय पूर्व से ही प्रदेश के अस्पतालों में प्लाज्मा से कोरोना का इलाज शुरू किया गया है। उस दौरान सरकार की ओर से मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा था। वहीं सरकारी अस्पतालों में प्लाज्मा फ्री दिया जा रहा है। साथ ही निजी अस्पतालों में अपने हिसाब से इसकी कीमत ली जा रही है। जिसके बाद इस संबंध में शासन ने कुछ समय पहले चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रस्ताव भेजा गया। प्रस्ताव के बाद एक कमेटी का गठन किया गया। जहां कमेटी ने फैसला लिया कि नो प्रॉफिट, नो लॉस को देखते प्लाज्मा की कीमत तय की जाएगी। इतना ही नहीं अटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत भी इसे इलाज से जोड़ा जाएगा। इसके लिए अटल आयुष्मान सोसायटी को भी निर्देशित कर दिया गया है।
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अभी पहले चरण में प्लाज्मा व प्लेटलेट्स के शुल्क का निर्धारण किया गया है। इस संबंध में प्रभारी सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि वर्तमान में अधिकांश लोगों के पास अटल आयुष्मान योजना का कार्ड है। जिसके चलते उन्हें इस योजना से संबंधित अस्पतालों में निशुल्क इलाज मिल पाएगा। वहीं जिनके पास अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं हैं, उन्हें फिर निशुल्क इलाज देने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए अलग से आदेश जारी किए जा सकते है।
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