हल्द्वानी: बच्चों ने पुलिस की नाक में दम कर दिया। शहर में बने बाल बंदी गृह से सात बच्चे फरार हो गए। जब चौकीदार ने सुबह खिड़की टूटी और बैरक के बाहर रस्सी लटकी देखी तो हड़कंप मच गया। एसएसपी समेत सभी पुलिस अधिकारी मौके पर आए और टीम बनाकर जांच शुरू कर दी गई है। चोरी के मामलों में लिप्त यह बाल कैदी नशे के शौकीन बताए जा रहे हैं।
हल्द्वानी में राजकीय महिला कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय परिसर में स्थित किशोर सम्प्रेषण गृह में 13 बच्चे मौजूद हैं। जिनमें से संगीन अपराध किए हुए 6 बच्चे नीचे के तल पर थे। बाकी सात बच्चे द्वितीय तल पर थे। ऊपर वाले बैरक में मौजूद राजपुरा निवासी रितिक, शंकर, शुभम उर्फ शिवम, योगेश उर्फ लक्की, गोजाजली निवासी उमेर, सुभाष नगर लालकुआं निवासी गौतम थापा गैस गोदाम रोड मुखानी निवासी हिमांशु आर्य फरार हो गए हैं।
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बच्चों ने बड़े ही शातिर दिमाग से इस काम को अंजाम दिया। उन्होंने पहले तो बैरक की खिड़की के ग्रिल को टेड़ा कर दिया और उसके बाद जाली को भी फाड़ दिया। इसके बाद उन्होंने कई चादरों को इकठ्ठा कर उसकी एक लंबी रस्सी बना ली। जिसकी मदद से वे एक-एक कर ऊपर से नीचे उतर आए। बाद में परिसर की दीवार के पास रखी सीढ़ी की मदद से सभी बाहर कूद गए और फरार हो निकले।
जब सुबह पांच बजे चौकीदार की नज़र दीवार पर पड़ी को उसके होश उड़ गए। उसने देखा की चादरों से बनी रस्सी बैरक से नीचे लटक रही है। उसने तुरंत मामले की सूचना पुलिस अफसरों को दी। जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
अफरा तफरी में भारी पुलिस बल के साथ मौके पर एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी, एसपी, सीओ पहुंचे। सभी बाल कैदियों के बारे में जानकारी जुटाई और उसके बाद तलाशी के लिए टीम निर्धारित की गईं। परिवार वालों और दोस्तों से भी संपर्क किया जा रहा है।
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