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बनभूलपुरा मामले के एक और आरोपी के घर की कुर्की, सिलिंडर-सोफे-बेड ले गई पुलिस


Banbhulpura Riot: Police Action:

हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में हुए दंगे के बाद सामने आई तस्वीरें ही इतनी चिंताजनक थी तो उस समय घटना स्थल पर मौजूद प्रशासन की टीम ने किस परिस्थिति का सामना किया होगा यह अंदाजा लगाना आसान नहीं है। दंगे के बाद पुलिस ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश का पालन किया और शहर में जगह-जगह दबिश देनी शुरू कर दी। पुलिस ने अब तक 58 दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। जिस तरह गिरफ्तारी का क्रम जारी है उसी तरह दंगाइयों की संपत्ति भी कुर्क की जा रही है।

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वनभूलपुरा में फरार चल रहे अंतिम आरोपित एजाज कुरैशी के घर को भी प्रशासन द्वारा कुर्क कर लिया गया है। यह कार्यवाही लगभग 3 घंटे तक चली जिसमें पुलिस ने घर से एक बेड, चारपाई, गैस सिलिंडर और सोफे भी जप्त कर लिया। आपको बता दें कि इससे पहले पुलिस ने अब्दुल मालिक समेत 5 अन्य आरोपितों के घरों की कुर्की कर चुकी है। अंतिम आरोपी ऐजाज कुरैशी के घर की कुर्की शनिवार को दोपहर 3 बजे शुरू हुई जब कालाढूंगी थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत, काठगोदाम थानाध्यक्ष विमल मिश्रा, खनस्यूं थानाध्यक्ष भुवन राणा व मालधनचौड़ चौकी इंचार्ज आसिफ खान पुलिस फोर्स के साथ नई बस्ती, वनभूलपुरा पहुंचे।

वहाँ ऐजाज का परिवार जिस कमरे में रहता है वो कमरा, एक छोटा बरामदा और रसोई के अलावा बाकी अन्य सामान तो था लेकिन दंगे का आरोपी एजाज वहां नहीं था। एजाज का दंगे में होने के बाद फरार होना उसके घरवालों के लिए जीवनभर की परेशानी बन गया। आपको बता दें कि एजाज MBPG कॉलेज हल्द्वानी की कॉलेज राजनीती में भी सक्रीय रहा है। 2020 में एजाज और उसके कई साथियों के खिलाफ MBPG के ही प्राध्यापक ने अपने घर हुए पथराव के लिए मुकदमा दर्ज करवाया था।

आपको बता दें कि शनिवार को पुलिस ने शकील अंसारी, मोकिन सैफी और जियाउल रहमान को गिरफ्तार कर लिया था इसलिए उनके घरों कि कुर्की नहीं की गई। दंगे के बाद जिस तरह कई निर्दोषों को कुछ दिन परेशानी उठानी पड़ी उसी तरह दंगे के आरोपितों का फरार रहना उनके घरवालों के लिए ताउम्र परेशानी का सबब बन रहा है।

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