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उत्तराखंड: कोरोना काल में सबसे ख़तरनाक साबित हुआ नवंबर का आखिरी हफ्ता, मौतों की संख्या में भी खासा इजाफा


हल्द्वानी: उत्तराखंड में भी धीरे धीरे अन्य प्रदेशों की तरह कोविड की गति काफी तेज़ हो गई है। राज्य में कोरोना अब अपने 37 वें हफ्ते में प्रवेश कर चुका है और तस्वीरें बहुत चिंताजनक हैं। अगर 22 नवंबर से 28 नवंबर तक के साप्ताहिक आंकड़ों पर नज़र डालें तो पता चलता है कि यह हफ्ता संक्रमितों के मामले में अब तक सर्वाधिक रहा है। कोरोना के सक्रिय मामले बढ़ने के साथ ही शासन और प्रशासन में भी बेचैनी बढ़ गई है।

इससे पहले सितंबर के महीने में कोविड के मामलों ने रिकॉर्ड तोड़ा था लेकिन अक्टूबर में संक्रमण की रफ्तार कम हो गई थी। नवंबर के शुरुआत में भी मामले ज़्यादा नहीं थे मगर त्योहारों और शादियों का सीज़न आते ही मामले बढ़ने लगे।

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कोरोना के आंकड़ों का अध्ययन कर रही संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि ठंडों का समय वायरस के प्रसार के लिए बहुत उपयुक्त होता है। इसके अलावा संस्था का मानना है कि मास्क, सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी को लेकर जिस तरह की लापरवाही अब बरती जा रही है, उससे भी खतरा कई गुना बढ़ गया है।

उत्तराखंड में संक्रमण बढ़ने का एक बड़ा कारण दिल्ली और अन्य राज्यों में संक्रमण का बढ़ना भी है। बता दें कि पहले भी प्रवासियों का उत्तराखंड लौटने से ही यहां वायरस फैलना शुरू हुआ था और संख्या में बढ़ोत्तरी पाई गई थी। बहरहाल किसी भी तरह के प्रयास तब तक बेकार है जब तक जनता का साथ नहीं मिलता। ऐसे में हमें खुद के लिए, परिजनों के लिए और अपने समाज के लिए सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

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कोविड के बढ़ते मामलों से सिस्टम भी खासा परेशान दिख रहा है और काफी तेज़ी से कड़े कदम उठाने के प्रयास कर रहा है। अंतरराज्जीय सीमाओं पर लोगों की रेंडम सैंपलिंग की जा रही है। इसके साथ ही बस अड्डे, रेलवे स्टेशन व हवाई अड्डे पर भी अब नियमित सैंपलिंग की जा रही है। टेस्टिंग भी अच्छी गति पर की जा रही है। 36 वें हफ्ते जहां सैंपलिंग का आंकड़ा 64 हजार पर पहुंच गया था, अब यह बढ़कर 80 हजार के करीब आ गया है। चिंता की बात यह भी है कि फिलहाल साढ़े तेरह हजार से अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है, और ज़्यादा टेस्टिंग से बैकलॉग बढ़ता जा रहा है।

मामलों मैं बढ़ोत्तरी साफ़ तौर पर देखी जा सकती है। 18-24 अक्टूबर के बीच 2507 मामले सामने आए थे, 25-31 अक्टूबर में 2173, 1-7 नवंबर में 2708, 8-14 नवंबर तक 2966, 15-21 नवंबर के दौरान 2788 तो वहीं हाल में बीते हफ्ते 22-28 नवंबर में सर्वाधिक 3161 मामले सामने आए हैं। मौत के आंकड़ों में भी इजाफा देखा गया है। इस बीते हफ्ते में 68 मरीजों की कोरोना के कारण मौत हुई है इससे पहले सबसे ज़्यादा मौतें 18-24 अक्टूबर के दौरान हुई थी, तब यह आंकड़ा 60 था।

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