उत्तराखंड में सैलानियों की सुविधा के लिए पर्यटक स्थलों पर आधुनिक मोबाइल टॉयलेट लगाएं जा रहे हैं। वहीं पांच मोबाइल टॉयलेट खरीदे भी जा चुके हैं। एक मोबाइल टॉयलेट की लागत लगभग 16.50 लाख है। शुक्रवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मोबाइल टॉयलेट सुविधा का शुभारंभ कर दिया है। बता दें कि जिन पर्यटक स्थलों में टॉयलेट की सुविधा नहीं है, वहां पर मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी। वहीं शुक्रवार को मसूरी स्थित जार्ज एवरेस्ट के लिए मोबाइल टॉयलेट रवाना की गई।
इस टॉयलेट में एक हजार लीटर पानी का टैंक और पानी के टैंक को भरने के लिए मोटर की व्यवस्था भी है। पानी को लिफ्ट करके कहीं से भी भरा जा सकता है। उन्होंने कहा शौचालय में पुरुष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। महिला शौचालय में 3 सीट और पुरुष शौचालय में 2 सीट एवं एक यूरिनल पोट लगाया गया है। इसमें 2 किलो वाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है, जो कि इस मोबाइल शौचालय की बिजली की जरूरत को पूरा करेगा।
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इस शहरों में लगेंगे मोबाइल टॉयलेट..
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हरिद्वार में चार, जॉर्ज एवरेस्ट में पांच, मसूरी में एक, चोपता तुंगनाथ में एक, सतपुली में एक, कौड़ियाला में एक, कण्वाश्रम में एक और कालीमठ में एक मोबाइल टॉयलेट लगाया जाएगा। वहीं चारधाम यात्रा मार्ग पर 54 शौचालयों के उच्चीकरण और आधुनिकरण का कार्य पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में पौड़ी व चमोली जनपद के 37 शौचालयों का उच्चीकरण प्रस्तावित है।
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कोरोना काल में उत्तराखंड के पर्यटक को बुरी तरह से चोट पहुंची है। राज्य ने करोड़ों का नुकसान सहन किया है। अब सरकार की कोशिश है कि उसे दोबारा खड़ा किया जाए। सबसे पहले सरकार पर्यटकों को सुविधाएं देना चाहती है। यह अन्य सैलानियों को भी उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित करेगा।