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चमोली की शिवानी रावत को है मदद की दरकार, इलाज कराने लिए परिवार को चाहिए सहयोग


Shivani Rawat Chamoli: Shivani Rawat Accident: Help Shivani Rawat:

पिता के साए को तपते रेगिस्तान में शीतल छाँव क्यों कहा जाता है यह बस वही संतान बता सकती है जो बिना पिता के अपना जीवन जीने को मजबूर है। पिता के चले जाने के बाद घर की सभी जरूरतों को पूरी करने की ज़िम्मेदारी ना चाहते हुए भी बच्चों के नाज़ुक कन्धों पर आ ही जाती है। कोई असलियत से कितना भी भागने की कोशिश कर ले लेकिन बिना पिता के ना बच्चों का जीवन आसान रहता है और ना ही उन बच्चों की माँ का जीवन। ऐसा ही संघर्षों से भरा जीवन जीने वाली शिवानी रावत निवासी केई गांव, नारायणबगड़ ,चमोली को आपकी सहायता की इस समय सबसे ज़्यादा जरुरत है। दो साल पहले अपने पिता आनंद रावत को गवा चुकी शिवानी अपने घर की सबसे बड़ी बेटी है। शिवानी के अलावा उनके घर में एक छोटी बहन और एक छोटा भाई भी है।

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कुछ ही समय पहले नौकरी लगने के बाद शिवानी देहरादून आई थी। अपनी नौकरी से अपने परिवार की मदद और पिता की मृत्यु के बाद घर को एकजुट रखने के संकल्प से देहरादून नौकरी करने आई शिवानी का एक्सीडेंट हो गया है। बता दें कि 29 मार्च 2024 रात करीब 10 बजे, शिवानी के बस से उतरने से पहले ही बस चालक द्वारा बस चलाए जाने से शिवानी का सर रोड पर ही जोर से टकरा गया। शिवानी का सर रोड पर इस तरह टकराया कि वह मौके पर ही बेहोश हो गई। शायद शिवानी ने अपनी सारी शक्ति पिता के चले जाने के बाद घर की चिंता और छोटे भाई-बहनों के भविष्य में ही लगा दी थी तभी इस हादसे में वह बेहोश हो गई। जब लोगों ने शिवानी को शुभारती अस्पताल पहुंचाया तो वहाँ डॉक्टरों ने उसे ग्राफ़िक एरा अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

शिवानी की हालत इतनी गंभीर थी की डॉक्टरों को रातों-रात उसका एक बड़ा ऑपरेशन करना पड़ा। पिता की मृत्यु के बाद परिवार संभालने के लिए घर से दूर देहरादून नौकरी करने गई अपनी बेटी और बहन की यह पीड़ादायक खबर जब घरवालों को मिली तो वे भी पूरी तरह से हिम्मत हार गए। पिता को खोने के बाद शिवानी ने ही सबकी उम्मीदें बांधे रखी थी और अब उसकी जान बचाने के लिए बस एक ही उम्मीद बची है। वह उम्मीद है एक और ऑपरेशन जिसके लिए डॉक्टरों ने 10 से 20 लाख रुपए तक का खर्चा बताया है। शिवानी के घरवाले इस स्थिति में नहीं हैं कि वह शिवानी के इलाज का इतना बड़ा खर्च उठा सकें। अतः आपसे अनुरोध करते हैं कि पिता कि मृत्यु के बाद अपने घरवालों के लिए सहारा बनी शिवानी की सहायता कर के मानवता का धर्म निभाएं।

निचे दिया गया QR कोड शिवानी के भाई का है जिसपर आप सभी धनराशि दान कर के शिवानी को जीवनदान दे सकते हैं।

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