Pithoragarh News

उत्तराखंड में ठंड की दस्तक,पिथौरागढ़ में कई जगह हिमपात से गिरा पारा

नैनीताल समेत कुमाऊं के चार जिलों में नए साल से पहले होगी बर्फबारी

पिथौरागढ़: ठंड ने दस्तक दे दी है। पर्वतीय क्षेत्रों की तरह मैदानी क्षेत्रों में ठंड का अहसास लोगों को होने लगा है और गर्म कपड़े निकल आए हैं। कुमाऊं की बात करें तो हिमालय में हिमपात शुरू हो गया है। तापमान में गिरावट देखी जा रही है। पिथौरागढ़ के सीमांत इलाकों का भी हाल ऐसा ही है। मुनस्यारी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में झमाझम बारिश और ओलावृष्टि  हुई जिसने ठंड बढ़ा दी है।

मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान दो डिग्री और अधिकतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। खलिया टॉप में मौसम का पहला हिमपात हो चुका है दस हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित है। उच्च हिमालय में बीते 17 से 19 अक्टूबर तक भी हिमपात हुआ था। इस वर्ष अभी तक छह बार हिमपात हो चुका है।वक्त से पहले ठंड की दस्तक साफ इशारा कर रही है कि इस सीजन में अन्य स्थानों पर हिमपात वक्त से पहले हो सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन तैयार रहने की जरूरत है ताकि पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर कोई अधिक दवाब ना हो।

सोमवार को जिला मुख्यालय सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में दिन भर बादल चलते रहे। उच्च हिमालय में भी सुबह से घने बादल रहे। पूर्वांह ग्यारह बजे के आसपास से बर्फबारी होने लगी। जबकि मुनस्यारी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि हुई। पंचाचूली, हंसलिंग, राजरंभा, नंदा देवी, नंदा कोट , छिपलाकोट सहित समस्त चोटियों में हिमपात जारी है। बदलते मौसम ने पलायन कर रहे ग्रामीणों की परेशानी को बढ़ा दिया है।  

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दारमा घाटी में भी सुबह से हिमपात हो रहा है। दारमा  में हिमपात होने से माइग्रेशन करने वाले ग्रामीण परेशान हैं। व्यास घाटी के भी ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात हो रहा है। मुनस्यारी में बारिश और ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित है। यहां पर तापमान में भारी गिरावट आ चुकी है। इसी के साथ ठंडक ने दस्तक दे दी है। पर्यटन के व्यापार से जुड़े बर्फबारी से खुश हैं, उन्हें उम्मीद है कि इससे सीजन अच्छा निकलेगा तो कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते पिछले दो साल से हल्का रहा है।

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