क्रिकेट के प्रति लोगों का पागलपन छिपा नहीं है। सच्चा क्रिकेट फैंस ना केवल अपनी टीम की जीत बल्कि उन मुकाबलों को भी याद रखता है जिसने क्रिकेट को एक अलग मुकाम तक पहुंचाया। कुछ ऐसे मुकाबले है जिन्हें ना कभी फैंस भूल सकते है ना ही कभी क्रिकेट डायरी। लक्ष्य का पीछा करने वाले मैचों में सबसे पहला स्थान आता है ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के मैच का। वो मैच जिसमें एक टीम ने पहली बार 400 रन बनाए और दूसरी टीम ने उस लक्ष्य को हासिल कर लिया। आज से 13 साल पहले (12 मार्च, 2006) जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में ऐसा इतिहास रचा गया था जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की थी। अफ्रीकी टीम ने वनडे इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया, जिससे क्रिकेट फैंस दंग रह गए थे।
इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 434 रन बना डाले थे, जो उस वक्त का सबसे बड़ा स्कोर था। तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि इतने बड़े स्कोर के बाद भी कोई टीम हार सकती है। साउथ अफ्रीका की टीम के हीरो रहे थे हर्शल गिब्स। उन्होंने 111 गेंदों में 175 रनों की पारी खेली। इसके बाद ये भी कहा जाता है कि अपनी इस पारी के दौरान गिब्स नशे में थे। खुद गिब्स खुलासा कर चुके हैं कि वह शराब के नशे में थे। गिब्स ने ऑटोबायोग्राफी ‘टू द पॉइंट : द नो होल्ड्स बार्ड’ (To the point: The no-holds-barred) में बताया है कि उस मैच से पहले की रात उन्होंने काफी शराब पी थी और मैच वाले दिन वह हैंगओवर में थे।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर माइक हसी ने भी इस बात का अपनी किताब में जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, ‘सोने से ठीक पहले मैंने अपने होटल के कमरे से बाहर देखा कि गिब्स अभी भी वहां है। गिब्स जब सुबह नाश्ते के लिए आए थे, तब भी वो नशे में दिख रहे थे।
उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान रिकी पोंटिंग की 105 गेंदों में 164 रनों (9 छक्के, 13 चौके) की तूफानी पारी की बदौलत 434/4 रन बनाए थे। तब वनडे इतिहास में पहली बार किसी टीम ने 400 से ज्यादा का स्कोर खड़ा किया था। साउथ अफ्रीका ने एक गेंद शेष रहते 438/9 रन बना डाले और ऑस्ट्रेलिया यह मुकाबला एक विकेट से गंवा बैठा।इसके लिए जिम्मेवार थे हर्शल गिब्स, जिन्होंने अपनी पारी में 21 चौके और 7 छक्के जड़े. उन्हें कप्तान ग्रीम स्मिथ का अच्छा साथ मिला, स्मिथ ने 55 गेंदों में 90 रन ठोके. इस मैच में दोनों ओर से कुल 87 चौके और 26 छक्के लगे थे।
साउथ अफ्रीका ने सीरीज 3-2 से जीत ली। सबसे बढ़कर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिक लुईस के 10 ओवर में अफ्रीकी टीम ने 113 रन लूटे, जो वनडे इंटरनेशनल की एक पारी में किसी गेंदबाज का सबसे महंगा ओवर है। फिलहाल पाकिस्तान के वहाब रियाज इस शर्मनाक रिकॉर्ड में दूसरा स्थान रखते हैं। वहाब ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में 110 रन लुटाए थे।
दक्षिण अफ्रीका ने आज ही 13 साल पहले (12 मार्च, 2006) जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में इतिहास रचा था. अफ्रीकी टीम ने वनडे इतिहास के सबसे बड़े लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया, जिससे क्रिकेट फैंस दंग रह गए थे.
पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 434 रन बना डाले थे, जो उस वक्त का सबसे बड़ा स्कोर था. तब किसी ने सोचा नहीं होगा कि इतने बड़े स्कोर के बाद भी कोई टीम हार सकती है.
वनडे इंटरनेशनल में हासिल किए गए बड़े लक्ष्य
-435 साउथ अफ्रीका vs ऑस्ट्रेलिया, जोहानिसबर्ग, 2006
-372 साउथ अफ्रीका vs ऑस्ट्रेलिया, डरबन, 2016
-361 इंग्लैंड vs वेस्टइंडीज, ब्रिजटाउन, 2019
-360 भारत vs ऑस्ट्रेलिया, जयपुर, 2013
-359 ऑस्ट्रेलिया vs भारत, मोहाली, 2019