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हैट्रिक गर्ल वंदना कटारिया को टाटा मोटर्स ने दिया कीमती गिफ्ट, मिली चमचमाती अल्ट्रोज कार

हैट्रिक गर्ल वंदना कटारिया को टाटा मोटर्स ने दिया कीमती गिफ्ट, मिली चमचमाती अल्ट्रोज कार

रुड़की: देवभूमि की शान और भारतीय हॉकी स्टार वंदना कटारिया को टाटा मोटर्स की तरफ से बड़ा तोहफा दिया गया है। ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रचने के लिए वंदना को अल्ट्रोज कार का टॉप मॉडल गिफ्ट के तौर पर मिला है। बता दें कि इस मौके पर वंदना के परिजन भी उनके साथ मौजूद थे।

हरिद्वार रोशनाबाद निवासी वंदना कटारिया ओलंपिक के बाद से ही खासा सुर्खियों में हैं। भला हों भी क्यों ना, उन्होंने कारनामा ही ऐसा किया है। देश के लिए दूसरी बार ओलंपिक खेलने उतरी वंदना कटारिया ने टोक्यो में एक मुकाबले में इतिहास रच दिया। उन्होंने हैट्रिक गोल लगाए और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया।

इसके बलबूते भारतीय टीम का सफर भी ओलंपिक में शानदार रहा। हालांकि भारतीय महिला हॉकी टीम पुरुष टीम की तरह कोई पदक नहीं जीत पाई मगर उन्होंने भविष्य में इतिहास बनाने का बिगुल जरूर बजा दिया है। बहरहाल वंदना जबसे भारत और देवभूमि लौटी हैं, हर तरफ उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।

ऐसे प्रोत्साहन बढ़ाने के मामले में हमेशा आगे रहने वाले देश के उद्योगपति रतन टाटा की कंपनी टाटा मोटर्स ने अब वंदना को कार गिफ्ट की है। शुक्रवार को दोपहर बाद वंदना अपने परिजनों के साथ रुड़की स्थित टाटा मोटर्स के शोरूम मिडास मोटर्स में पहुंची। जहां भारी भीड़ के बीच शोरूम के स्टाफ ने वंदना का गुलदस्ता देकर स्वागत किया।

गौरतलब है कि इस दौरान आतिशबाजियों का सिलसिला जारी था। गाजे-बाजे के साथ वंदना का स्वागत किया गया। वंदना के फैन्स उन्हें अपने मोबाइल में तस्वीरें के माध्यम से कैद कर लेना चाहते थे। इसी बीच मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश सिंघल ने अल्ट्रोज कार की चाभी वंदना को सौंपी और साथ ही बधाई भी दी।

मैनेजिंग डायरेक्टर ने इस मौके पर कहा कि ओलंपिक में जिस तरीके से महिला हॉकी टीम ने प्रदर्शन किया वह तारीफ के काबिल है। बता दें कि इस मौके पर पूरा स्टाफ मौजूद रहा। वंदना के लिए भी ये पल बहुत ही गौरवान्वित करने वाला और भावुक रहा। लाजमी है कि अपने पिता को ओलंपिक से पहले खो चुकी वंदना को परिवार वालों के सामने इतना बड़ा सम्मान दिया गया है।

इस दौरान वंदना कटारिया ने कहा कि माता पिता अपनी बेटियों को उड़ने के लिए पंख दें। कहा कि उनके परिवार ने उनके बचपन के खेल के शौक को कभी दबने नहीं दिया। प्रतिभा के साथ मेहनत भी जरूरी है। हालांकि उन्होंने ओलंपिक में मेडल ना जीत पाने पर मलाल जताया। उनका कहना था कि इसका हमेशा मलाल रहेगा।

वंदना ने महिलाओं के हित की बात करते हुए कहा कि प्रतिभा दिखाने के लिए आपको आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले उनके परिजन उन्हें रोक देते तो शायद आज ये कुछ नहीं हो रहा होता। देश के लिए वह कुछ नहीं कर पातीं। मगर उनके परिजनों ने विपरीत परिस्थितियों में भी पूरा सहयोग दिया। 

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