रुद्रपुर: पर्यावरण को बचाने मनुष्य के लिए जरूरी हो गया है। कोरोना काल ने तो सभी को सिखाया है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में अब हमें पर्यावरण को लेकर गंभीर होना पड़ेगा। पर्यावरण को बचाने के लिए क्षेत्र के शिक्षाविद राहुल अग्रवाल ने शानदार पहल शुरू की है। उन्होंने फैसले किया है कि वह बच्चों को कोचिंग देंगे। बच्चों से वह फीस के बदले पौधा लगाने और उसकी देखरेख करने का वादा लेंगे। शिक्षक राहुल कक्षा 10 तक की सामाजिक विज्ञान की ऑनलाइन कोचिंग देगें।
इस बारे में काशीपुर निवासी राहुल बताते हैं कि कोरोना काल ने कई परिवारों का रोजगार छीना है। आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इसीलिए उन्होंने फैसला किया है कि वह ऐसे बच्चों की मदद करेंगे और उन्हें कोचिंग देंगे। वह फीस के बदले बच्चों से एक पौधा लेंगे। उनकी मानें तो इससे एक भाव से तीन कार्य सिद्ध हो सकते हैं। पहला, संसाधन वंचित विद्याíथयों को उच्च शिक्षा मिलेगी। दूसरा, समाज को स्वस्थ रखने के लिए समुचित व्यवस्था हो जाएगी और तीसरा, विद्यार्थी जीवन से ही छात्र-छात्राओं को प्रकृति के प्रति अपने दायित्व का बोध होगा।
उन्होंने आवेदकों की स्क्रीनिग प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसमें जरूरतमंद बच्चों को सबसे ज्यादा जोड़ने पर फोकस किया जा रहा है। इस योजना के फ्लोर पर उतरने के बाद उन्होंने आगे का प्लान भी तैयार किया है। ताकि शिक्षा के साथ पर्यावरण को बचाने की इस मुहीम से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ सकें।
राहुल कहते हैं कि हर इंसान की क्षमता सीमित होती है इसलिए उन्होंने आह्वान किया है कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझे। राहुल से पढ़ने के लिए दिल्ली, देहरादून, भोपाल, जयपुर जैसे शहरों के बच्चों के आवेदन आ रहे हैं। बच्चों को विषय एवं प्रकृति के प्रति उनके मनोविज्ञान को समझने के बाद ही दाखिला दिया जाएगा।