बेंगलुरु: लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रही इंडियन एयरफोर्स को शुक्रवार को तगड़ा झटका लगा है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का मिराज 2000 ट्रेनर विमान बेंगलुरु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस हादसे में दोनों टेस्ट पायलट की मौत हो गई। पायलटों की पहचान स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी और स्क्वाड्रन लीडर समीर अब्रोल के रूप में हुई है। स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी का परिवार देहरादून में ही पंडितवाड़ी में रहता है। उनके पिता बलबीर सिंह नेगी ग्राफिक ऐरा विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। उनका एक बेटा सिद्धार्थ नेगी और एक बेटी है। सिद्धार्थ की शादी डेढ़ साल पहले ही हुई थी। बेटे के शहीद होने की खबर सुनने के बाद से ही परिवार में मातम छाया हुआ है।
एयरफोर्स ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। एचएएल एयरपोर्ट पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘दुर्घटना में एक पायलट का शव पूरी तरह झुलस गया जबकि दूसरे पायलट को सेना के अस्पताल ले जाया गया।’ अधिकारी ने बताया कि बाद में घायल पायलट की भी मौत हो गई। एचएएल ने एक बयान में कहा कि हादसा शुक्रवार सुबह 10.30 बजे एक संक्षिप्त यात्रा के दौरान हुआ। विमान में धमाका होने के बाद आग की लपटें उठने लगीं और घटनास्थल पर धुआं छा गया, जिससे यात्री और इसके आसपास रहने वाले लोग हैरान रह गए।
बताया जा रहा है कि इस मिराज 2000 विमान को एचएएल ने अपग्रेड किया था। पिछले दिनों में यह 10वां ऐसा मिराज फाइटर जेट है जो दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। बता दें कि मिराज विमानों ने करगिल युद्ध में पाकिस्तानी घुसपैठियों के खिलाफ जोरदार हमला किया था। इन्हीं विमानों पर परमाणु हथियारों को दुश्मन के क्षेत्र में गिराने की जिम्मेदारी भी है। गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एयरफोर्स का जगुआर फाइटर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह दुर्घटना कुशीनगर के हेतिमपुर के पास हुआ था।
इस दुर्घटना में जमीन पर गिरते ही प्लेन में आग लग गई थी। हालांकि पायलट ने सूझबूझ दिखाया और प्लेन को खेतों की ओर ले गया। वायुसेना के अनुसार विमान ने गोरखपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी। दुर्घटना से पहले पायलट सुरक्षित बाहर निकलने में कामयाब रहा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान का पायलट सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर से सामान्य मिशन के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
आपको बता दें कि 28 जनवरी 2019 को उत्तरप्रदेश के कुशीनगर के खेतिमपुर में एयरफोर्स का जगुआर प्लेन क्रैश हुआ था। वहीं प्लेन क्रैश होने के बाद उसमें आग लग गई थी। हालांकि इस दुर्घटना में पायलट सुरक्षीत बच गया था। दुर्घटना के दौरान पायलट ने पैराशूट के जरिए अपनी जान बचा ली थी। आपको बताते चलें कि ये सुपर सोनिक विमान जगुआर फ्रांस में बना था, जो कम ऊंचाई पर उड़ने में सक्षम है और दूर तक मार कर सकता है।
बता दें 28 जनवरी को क्रैश हुए जगुआर विमान ने गोरखपुर वायुसेना अड्डे से नियमित उड़ान भरी थी। विमान राष्ट्रीय राजमार्ग 28 के समीप हेतिमपुर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। सेंट्रल कमांड के जन संपर्क अधिकारी गार्गी मलिक ने बताया था कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसमें आग लग गई। वहीं इस दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।