उत्तराखंड में कोरोना वायरस अपने पैर लगातार पसार रहा है। आंकड़े 25 हजार के पार पहुंच गए हैं लेकिन 17 हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना वायरस को हराया। कोरोना वायरस को हराने वाले आंकड़े अन्य लोगों को भी प्रेरित कर रहे हैं कि यदि वह भी सुरक्षा से चले तो इस बीमारी को हराया जा सकता है। कोरोना वायरस को एक 92 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने हराया है और इन आमा की चर्चा पूरे राज्य में हो रही है। आमा का नाम है परुली देवी, जो देहरादून के सुरभि एनक्लेव, कैनाल रोड (जाखन) की रहने वाली हैं। आमा 18 अगस्त को कोरोना संक्रमित मिली थीं। उनका बेटा डॉ. जयदीप कांडपाल व बहु आशा कांडपाल भी कोरोना की चपेट में आ गए थे।
कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद परुली देवी घबराई नहीं और केवल कोविड के बचाव हेतू सभी नियमों का पालन उन्होंने किया। सबसे पहले 20 अगस्त को उन्हें दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती किया गया, जबकि बेटे व बहु को होम आइसोलेशन पर ही रखा गया।बुजुर्ग महिला का अस्पताल में दस दिन तक उपचार चला। इसके बाद वह घर पर आइसोलेशन पर रहीं। जिसकी अवधि दो दिन पहले पूरी हो चुकी है। उन्हें अन्य किसी भी प्रकार की बीमारी जैसे कि शुगर, उच्च रक्तचाप नहीं थी। घर आने के बाद भी उन्होंने नियमित एक्सरसाइज की। इसलिए वायरस भी उनके शरीर को ज्यादा प्रभावित नहीं कर सका। परुली देवी ने कोविड नियमावली के तहत 17 दिन का आइसोलेशन पूरा कर लिया है और अब स्वस्थ्य हैं। पुरुली देवी की बहु आशा कांडपाल सचिवालय में अनुभाग अधिकारी हैं। वहीं बेटा फार्मा कंपनी में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर हैं।
सोमवार को उत्तराखंड में 807 कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस के आंकड़े 25436 हो गया है जिसमें से 17046 मरीजों ने कोरोना वायरस को हराया है। अल्मोड़ा में 503 , बागेश्वर में 224 , चमोली में 301, चंपावत में 221, देहरादून में 3558,हरिद्वार में 4165, नैनीताल में 2276, पौड़ी में 405, पिथौरागढ़ में 218, रुद्रप्रयाग में 177, टिहरी में 1070, ऊधमसिंह नगर में 3149 और उत्तरकाशी में 829 लोगों ने कोरोना वायरस को हराया है।