Uttarakhand News

जय हो बाबा बदरी-केदार, ऑनलाइन पूजा के लिए खुल गए हैं द्वार, यहां करें रजिस्ट्रेशन

छह नवंबर को बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट, बद्रीनाथ धाम से भी आया अपडेट

देहरादून: बाबा बदरी-केदार धाम के द्वार खुले हैं। वहां पूजा अर्चना भी शुरू हो गई है। मगर इस कोरोना काल ने कई श्रद्धालुओं के प्लान पर पानी फेर दिया है। कइयों ने बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने का प्रोग्राम सेट किया हुआ था। मगर इस दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए दोनों ही धामों पर भक्तों का प्रवेश वर्जित है। लिहाजा एक अच्छी खबर जरूर सामने आई है। आप धाम जा नहीं सकते मगर दर्शन कर पूजा अर्चना करा सकते हैं।

दरअसल इस वक्त यात्रा स्थगित होने की स्थिति में मंदिर के पुजारी और उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के कर्मचारी ही पूजा कर पा रहे हैं। लेकिन ऑनलाइन द्वार हर श्रद्धालु के लिए खोले गए हैं। श्रद्धालु देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devsthanam.uk.gov.in पर पंजीकरण कराने के बाद कोई भी भक्तजन पूजा राशि देने के बाद ऑनलाइन पूजा करा सकता है।

Join-WhatsApp-Group

आनलाइन पूजा के लिए मंदिर की वेबसाइट पर जाकर उसमें श्रद्धालु को अपना नाम, परिवार के सदस्यों का नाम, गोत्र व शहर का नाम दर्ज करना पड़ता है। इसके साथ ही किस पूजा को करवाना है, वह भी बताना होता है। फिर संबंधित पूजा की राशि की रसीद काट कर श्रद्धालु को दी जाती है और उन्हें पूजा में शामिल किया जाता है। मंदिर के धर्माधिकारी पूजा संपन्न कराने से पहले श्रद्धालु का नाम, परिवार का नाम, गोत्र आदि का उच्चारण कर भगवान नारायण के समक्ष पूजा करते हैं।

यह भी पढ़ें: बड़ी खबर: श्रीलंका दौरे पर राहुल द्रविड़ होंगे टीम इंडिया के कोच

यह भी पढ़ें: कुमाऊं में कोरोना का कहर देखिए, एक महीने में करोड़ों की बिकी हैं ये दवाइयां

बता दें की बाबा बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की यात्रा भले ही स्थगित हुई है मगर रोजाना नियम से पहले की ही तरह सारे काम जैसे महाभिषेक पूजा, भोग, आरती, नित्य पूजाएं और रात को शयन आरती हो रही है। सभी अनुष्ठान मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी के सानिध्य में संपन्न हो रहे हैं। धर्माधिकारी व वेदपाठी इसमें सहभाग कर रहे हैं।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी हरीश गौड़ ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगर किसी श्रद्धालु को केदारनाथ धाम में आनलाइन पूजा करानी है तो उसे बुकिंग के लिए बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा। यह भी बताया कि श्रद्धालुओं की ओर से बताई गई तिथि में उनके नाम व गोत्र के आधार पर पूजा कराई जाएगी। इसके बाद प्रसाद भी आनलाइन ही वितरित किया जाएगा।

बदरीनाथ धाम की पूजाएं

पूजा – दर (रुपये में)

महाभिषेक पूजा – 4300

अभिषेक पूजा – 4101

वेदपाठ पूजा – 2100

गीता पाठ – 2500

श्रीमद्भागवत सप्ताह पाठ – 35101

एक दिन की संपूर्ण पूजा – 11700

कपूर आरती – 151

चांदी आरती – 351

स्वर्ण आरती – 370

अष्टोतरी पूजा – 351

विष्णु सहस्रनाम पाठ – 456

विष्णु सहस्रनामावली – 678

शयन आरती व गत गोविंद पाठ – 3100

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी के घरों से एक महीने तक गुल रहेगी बत्ती, इन इलाकों में होगी कटौती

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में एक्स-रे टेक्नीशियन की भर्ती, युवाओं को मिल सकती है लाखों की सैलरी

केदारनाथ धाम की पूजाएं

पूजा – दर (रुपये में)

महाभिषेक – 8500

रुद्राभिषेक पूजा – 6500

लघु रुद्राभिषेक पूजा – 5500

अष्टोपधार पूजा – 850

दिनभर की पूजाएं – 26000

प्रात:कालीन पूजा – 850

बालभोग पूजा – 900

(नोट: पूजा दर प्रति व्यक्ति के हिसाब से हैं।)

यह भी पढ़ें: ICMR के नए निर्देशों के बाद हल्द्वानी में भी बंद हुआ प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना का इलाज

यह भी पढ़ें: हल्द्वानी में खाकी ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, हज़ारों की नगदी से भरा पर्स लौटाया

To Top