नई दिल्ली: कामयाबी की तस्वीर बड़ी अच्छी लगती है लेकिन उसके पीछे की कहानी संघर्षों से भरी होती है। कामयाबी पाने के लिए रोज गिरना पड़ता है और फिर उससे सीखकर आगें बढ़ना होता है। वक्त लगता है नकारात्मक सोच आने लगती है और इन सभी को मात देनी होती है। ये लिखने में काफी आसान है लेकिन हकीकत में उतना ही मुश्किल है। ऐसी ही कहानी है हरियाणा ( हिसार) के रहने वाले विजय वर्धन की। विजय को UPSC Civil Services exam में साल 2018 में कामयाबी मिली और उन्होंने 104वीं रैंक हासिल की। इससे पहले वो 5 बार कोशिश कर चुके थे। वहीं इस सफलता से पहले उन्हें 35 बार नौकरी की परीक्षाओं में विफलता मिली थी लेकिन इन सभी चीजों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने परिश्रम करना नहीं छोड़ा और नतीजा पूरे देश के सामने है।
इंटर के बाद विजय वर्धन ने साल 2013 में इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। फिर उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किया और दिल्ली चले गए। करीब 6 सालों में उन्होंने 30 सरकारी नौकरियों के एग्जाम्स भी दिए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
साल 2014 में विजय ने पहली बार यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम दिया था। साल 2015 में फिर से एग्जाम दिया, इस बार उन्होंने preliminary exam तो पास किया लेकिन मेन एग्जाम पास नहीं कर पाए. साल 2016 और 2017 में भी उन्होंने एग्जाम दिया और असफल रहे। असफलताओं से हार मानने के बजाए उन्होंने सीखना का फैसला किया और मजबूती से आगें बढ़ते रहे। अंत में साल 2018 में उन्होंने जी-तोड़ मेहनत की और यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में (IPS) 104वीं रैंक हासिल कर, क्लियर किया।
यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम के अलावा विजय ने ग्रेड A और ग्रेड B सरकारी नौकरियों के लिए भी एग्जाम्स दिए। इस लिस्ट में UP PCS, हरियाणा PCS, पंजाब PCS, SSC CGL, LIC, NABARD, ISRO, हरियाणा एक्साइस इंस्पेक्टर, RRB NTPC, RBI ग्रेड B जैसे एग्जाम्स शामिल हैं। इनमें से ज्यादातक एग्जाम्स में विजय ने preliminary exam तो पास किया लेकिन मेन एग्जाम और इंटरव्यू में असफल रहे। कई बार ऐसा हुआ कि वह मेडिकल परीक्षा या दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में भी असफल रहे। विजय वर्धन की कहानी मौजूद युवाओं के लिए बिल्कुल सटीक है जो कामयाबी के लिए शॉर्टकट की कोशिश करते हैं।