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गंगोलीहाट निवासी उमेश पंत को मिलेगा अमेरिका का प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान

देहरादून: पिथौरागढ़ जिले के उमेश पंत ने साहित्य के क्षेत्र में नाम कमाया और उनकी कामयाबी ने उत्तराखंड का नाम रौशन किया है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान से नवाजा जाएगा। अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान अमेरिका के प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान में से एक है। उन्हें यह पुरस्कार पूर्वोत्तर पर आधारित उनके यात्रा वृत्तांत ‘दूर दुर्गम दुरुस्त’ के लिए दिया जाएगा। बता दें कि यह साहित्य सम्मान ढींगरा फैमिली फाउंडेशन अमेरिका, शिवना प्रकाशन की ओर से हर वर्ष भारतीय और प्रवासी हिंदी साहित्यकारों को उनकी श्रेष्ठ कृतियों के लिए दिया जाता है। ढींगरा फैमिली फाउंडेशन लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार इंग्लैंड में रहने वाले तेजेंद्र शर्मा को प्रदान किया जाएगा। ढींगरा फैमिली फाउंडेशन अमेरिका की सुधा ओम ढींगरा और शिवना प्रकाशन के पंकज सुबीर ने पुरस्कारों की घोषणा की है।

साहित्यकार उमेश पंत सीमांत क्षेत्र गंगोलीहाट के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा गंगोलीहाट और पिथौरागढ़ से पूरी की। इसके बाद वह मास कम्यूनिकेशन करने के लिए दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया चले गए। उमेश पंत को घूमने का काफी शौक है और वह अपनी यात्रा के दौरान पहाड़ों का वर्णन जरूर करते हैं।

उमेश पंत का यात्रा वृत्तांत ‘इनरलाइन पास’ प्रकाशित हुआ था जो उत्तराखंड के आदि कैलाश, ओम पर्वत की यात्रा पर आधारित था। उनका यात्रा वृत्तांत ‘दूर दुर्गम दुरुस्त’ साल 2020 में राजकमल प्रकाशन के सार्थक उपक्रम से प्रकाशित हुआ।

उमेश पंत को अमेरिका का प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान दिए जाने की घोषणा की गई है। पुरस्कार के तहत उमेश को 51 हजार रुपये की सम्मान राशि और सम्मान पत्र दिया जाएगा। उनकी कामयाबी से पिता भगवान बल्लभ पंत और माता कमला पंत काफी खुश हैं।

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