देहरादून: कोरोना की मार से देश की पोल्ट्री इंडस्ट्री अब तक पूरी तरह उबर भी नहीं पाई थी कि अब बर्ड फ्लू के प्रकोप का शिकार बन गई है। बर्ड फ्लू के हालिया प्रकोप की खबर के बाद देश में चिकन और अंडे की मांग में तेज गिरावट देखने को मिली है। वहीं पोल्ट्री कारोबार से जुड़ी कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
हालांकि उत्तराखंड में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। इसके बावजूद नुकसान से बचने के लिए पोल्ट्री संचालकों ने सस्ते में अपने बॉयलर मुर्गों को बेचना शुरू कर दिया है। इसके चलते दून के पोल्ट्री फार्म खाली होने लगे हैं। बर्ड फ्लू के डर का असर अंडे के दामों पर भी पड़ा है।
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व्यापारियों का कहना है कि बर्ड फ्लू से बॉयलर को बचाने के लिए उन्होंने कुछ दिन पहले अपने पोल्ट्री फार्म का तापमान बढ़ाया था। इसके लिए पोल्ट्री फार्म में अतिरिक्त लाइटे लगाने के साथ अंगीठी भी जलानी शुरू की थी। हर साल बर्ड फ्लू की वजह से हजारों रुपये का नुकसान होता है। ऐसे में इस बार सस्ते में अपने सभी बॉलयर मुर्गों को बेच दिया है।
बर्ड फ्लू की खबर से अंडे के दामों में भी 20 से 30 रुपये की गिरावट आई है। जानकारी के अनुसार बीते दो दिनों में पोल्ट्री उत्पाद यानी चिकन और अंडे की मांग करीब 60 फीसदी गिर गई है। कोरोना से डरे लोग बर्ड फ्लू की खबरों के बाद पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। खास बात ये है कि जिन क्षेत्रों से बर्ड फ्लू की कोई खबर नहीं मिली है वहां भी चिकन और अंडे की मांग में गिरावट देखने को मिली है।
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