Nainital-Haldwani News

हल्द्वानी जेल में बंद कैदी को CTET परीक्षा में मिली कामयाबी, अब UPSC की तैयारी में जुटा

news source- DAINIK JAGRAN

हल्द्वानी: अगर कुछ ठान लिया जाए और उसके लिए शत प्रतिशत परिश्रम किया जाए तो परिस्थितियां कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। क्या आप सोच सकते हैं कि जेल में रहकर कोई कैदी CTET (केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ) परीक्षा पास कर सकता है। यहीं नहीं अब वो कैदी UPSC की तैयारी कर रहा है।

हल्द्वानी जेल में बंद है अमित

किच्छा निवासी अमित की कहानी ने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा है। किच्छा वार्ड नंबर 15 विकास कॉलोनी के रहने वाले अमित कुमार हल्द्वानी जेल में बंद हैं। उनके ऊपर दहेज हत्या का आरोप है। साल 2022 के अंत में वह हल्द्वानी जेल में आए थे। अमित ने CTET परीक्षा पास कर ली है। ये भी जानकारी मिली है कि उत्तराखंड बोर्ड के 12वीं के नतीजों में उसने टॉप 10 में जगह बनाई थी। राज्य सरकार की ओर से 80 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी मिली थी। अमित ने जेल में आने के बाद प्रशासन को बताया था कि वो CTET परीक्षा की तैयारी कर रहा है। इसके बाद जेल प्रशासन ने उसके पढ़ने की व्यवस्था की। अमित जेल में 4-5 घंटे पढ़ाई करता था। दो महीने पहले CTET परीक्षा के नतीजे आए और उसे कामयाबी मिली है।

पूरा परिवार जेल में बंद

जानकारी के अनुसार, अमित कुमार का परिवार दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद है। कुछ दिन पहले अमित के माता-पिता को जमानत मिली। अमित के बड़े भाई रोहित कुमार की पत्नी की 15 अगस्त 2022 को घर पर मौत हो गई थी। महिला के मायके वालों ने पूरे परिवार पर दहेज हत्या का मामला दर्ज कराया था। पहले 21 अगस्त 2022 को रोहित व उसके माता-पिता को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद 20 दिसंबर को अमित व उसके साफ्टवेयर इंजीनियर भाई हेमंत व राजकुमार को गिरफ्तार किया गया था। तब से पूरा परिवार जेल में है, कुछ दिन पहले माता-पिता को जमानत मिली है। अमित के अलावा साफ्टवेयर इंजीनियर भाई हेमंत कुमार, रोहित व राजकुमार भी जेल में बंद है।

यह भी पढ़ें 👉  देश में सबसे आगे है उत्तराखंड का सैनिक स्कूल,घोड़ाखाल स्कूल के 66 छात्र हुए NDA परीक्षा में पास

UPSC की तैयारी जारी है

CTET परीक्षा में कामयाबी मिलने के बाद अमित UPSC की तैयारी कर रहा है। उसकी मेहनत और लग्न को देखते हुए जेल प्रशासन भी मदद के लिए आगे आया है। जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार पांडे ने बताया कि अमित को किताबें व लिखने के लिए कापियां भी मुहैया कराई गई है। अमित की इस कामयाबी पर जेल प्रशासन भी काफी उत्साहित है।

To Top
Ad
Ad