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चमोली की सरोजनी को नेशनल चैंपियनशिप में मिला पहला स्थान, स्वर्ण पदक पर जमाया कब्जा

Sarojini kotari story:- उत्तराखंड राज्य के युवा आज उस मुकाम पर जा पहुंचे हैं, जिसके बारे में कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा। ऐसी ही एक कहानी है उत्तराखंड के पहाड़ों में पली-बड़ी बेटी की, जिसके हौसले और मेहनत ने उसे सफलता के मुकाम तक पहुंचा दिया। उत्तराखंड की रहने वाली बेटी सरोजनी कोटड़ी ने अपनी लगन और मेहनत के दम पर आज पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। बताते चलें कि जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में ‘खेलो इंडिया’ के तहत आठवीं नेशनल स्नो शू प्रतियोगिता में चमोली जनपद की सरोजनी कोटड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता है। उनकी ये उपलब्धि केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि प्रदेश की सभी महिलाओं और बालिकाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।

दरअसल, जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में ‘खेलो इंडिया’ के तहत आठवीं नेशनल स्नो शू प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें सरोजनी कोटड़ी ने प्रतिभाग कर उत्तराखंड के लिए पहला गोल्ड हासिल किया है। मूल रूप से सरोजनी दूरस्थ ब्लॉक देवाल के चौड़ गांव की निवासी है।

सीमित संसाधनों में पली बड़ी सरोजनी ने कभी इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। सरोजनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय से ग्रहण की है। इस के बाद उन्होंने अपनी इंटर की पढ़ाई गांव के नजदीकी इंटरमीडिएट कॉलेज बोरोगाड़ से पूरी की। संसाधनों और उचित मार्गदर्शन की कमी के बावजूद भी, सरोजनी ने अपने सपने को पूरा करने के लिए जी जान लगा दी, और आखिरकार स्वर्ण पदक जीत अपने परिवार या गांव का ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।

क्या होती हैं स्नो शू प्रतियोगिता ?

‘स्नो शू’ असल में यूरोपीय देशों में आयोजित होने वाला एक विंटर स्पोर्ट्स इवेंट् है। इस प्रतियोगिता में एक विशेष प्रकार के स्नो शू को पहन कर बर्फ में रनिंग करनी होती है। भारत में, कश्मीर में हुई बर्फबारी के बीच इस प्रतियोगिता को राष्ट्रीय स्तर पर इस साल शुरू किया गया, जिसमें हिमाचल, कश्मीर, उत्तराखंड जैसे राज्यों के एथलीट शामिल हुए। इस बीच चमोली, उत्तराखंड की बेटी सरोजनी ने सबको हरा कर ये पदक जीत कर पूरे प्रदेश को गौरावंतित किया है।

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