हल्द्वानी: कंगाली में आटा गीला होना क्या होता है, यह इस वक्त उत्तराखंड रोडवेज को देखकर समझ आता है। रोडवेज को पहले ही इतना घाटा हो रखा है कि वेतन देने तक के लाले पड़े हैं। और ऐसे में कर्मचारी-अधिकारी अब भी लापरवाही के भूत को अपने सिर पर से उतार नहीं रहे। अब यूं तो नुकसान होना लाजमी है।
मगर अब मुख्यालय ने इस लापरवाही के भूत को भगाने के लिए बढ़िया इंतजाम करने का मन बना लिया है। बकायदा आदेश तक जारी कर दिए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि ऐसे कर्मचारियों की लिस्ट बनाई जाए जो ड्यूटी पर किसी भी तरह की लापरवाही बरतते हैं। देर से आते हैं, जल्दी चले जाते हैं या किसी भी अन्य लापरवाही को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों का तबादला होगा।
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अब तबादला सुनने में ऐसा लग रहा होगा जैसे तबादला भी भला क्या सज़ा हुई। मगर नहीं, मुख्यालय का मानना है कि लापरवाही बरतने वाले इन कर्मचारियों को दुर्गम डिपो में भेजा जाए। इस आदेश की भनक कर्मचारियों के कानों में पड़ते ही, सभी के बीच हड़कंप मच गया है।
अब हुआ यह कि काफी समय से मुख्यालय को शिकायतें मिल रही थी। शिकायतें यह कि कर्मचारी व अधिकारी जिस डिपो में तैनात है, उससे काफी दूर रहते हैं। जो कि विभाग के नियमों का उल्लंघन है। इस वजह से वह ना तो समय पर ड्यूटी पर पहुंचते हैं और ना ही पूरे समय तक काम करते हैं। इसका असर कामकाज पर बुरी तरह से पड़ता है।
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इन्हीं सब मुद्दों को लेकर अब रोडवेज मुख्यालय स्तर से आदेश जारी हुआ है कि डिपोवार शिफ्ट के हिसाब से स्टाफ की मॉनीटरिंग की जाएगी। अगर फिर भी कोई कर्मी लापरवाही बरतता है। जैसे समय से नहीं आता-जाता, बगैर बताए अवकाश पर रहता है तो उसकी रिपोर्ट डिपो के अलावा मुख्यालय को भी देनी होगी। ताकि स्थानीय स्तर पर कोई भी उसे बचाने का प्रयास ना कर सके। इसके बाद उसकी पोस्टिंग दुर्गम क्षेत्रों में की जाएगी।
हल्द्वानी के एआरएम सुरेंद्र बिष्ट ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यालय के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को गंभीरता से ड्यूटी करने के निर्देश दिए गए हैं। लिहाजा कंगाली में इन कर्मचारियों की वजह से गीले हो रहे आटो को सुखाने के लिए मुख्यालय का यह कदम कारगर साबित हो सकता है।
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