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क्या उत्तराखंड क्रिकेट में चलता है पैसा! गुरुग्राम पुलिस ने एकेडमी संचालक को गिरफ्तार किया

देहरादून: लगता है कि घरेलू क्रिकेट में कुछ नए खुलासे होने वाले हैं। घरेलू क्रिकेट में पैसे लेकर एंट्री का मामले लगातार सामने आए हैं। गुरुग्राम पुलिस ने रैकेट में देहरादून में क्रिकेट एकेडमी चलाने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है। यह भी बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उसके तार क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड से भी जुड़े हैं। इसके बाद अब कई सवाल खड़े हो गए हालांकि सीएयू के सचिव महिम वर्मा का कहना है कि गिरफ्तार व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर चैट करने की बात कही जा रही है, उसमें सच्चाई नहीं है। हो सकता है कि संस्थान का नाम लेकर वह युवा खिलाड़ियों के साथ धोखा कर रहा हो और हम वकील से सलाह ले रहे हैं।

उत्तराखंड क्रिकेट में चयन के बाद सवाल हर वक्त उठते रहे हैं। गुरुग्राम पुलिस की मानें तो 14 खिलाड़ियों के साथ करीब सवा करोड रुपए की ठगी हुई है। इस लिस्ट में हरियाणा महाराष्ट्र बिहार सिक्किम उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी भी शामिल हैं। पुलिस ने देहरादून में एकेडमी का संचालन करने वाले कोच कुलबीर रावत को गिरफ्तार किया है और पुलिस पूछताछ जारी है। इससे पहले पुलिस ने इवेंट कंपनी के आशुतोष बोरा, चित्रा बोरा और नितिन झा को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि नौ लोगों को 41 ए का नोटिस जारी किया है।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो पुलिस पूछताछ में कुलबीर ने बताया है कि वह यूपी एवं उत्तराखंड में 8 से 9 खिलाड़ियों का चयन करवा चुका है। लिहाजा पुलिस अब चयनित खिलाड़ी और पदाधिकारियों से भी बात करेगी। इसके अलावा कुलबीर के खाते में 35 लाख रुपए आशुतोष बोरा द्वारा जमा कराए गए हैं और इस पर भी जांच होनी है। कुलबीर के बयान ने उत्तराखंड क्रिकेट में एक नया भूचाल ला दिया है। इससे पहले संघ की कार्यशैली पर सवाल उठे हैं। कुछ पदाधिकारियों ने इसे उजागर किया था और संघ ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। वहीं एकेडमी संचालन के साथ सीएयू में तैनाती और परिवार के सदस्य का टीम में खेलना भी सवालों के घेरे में रहा है।

जांच अधिकारी एसआइ उमेश कुमार का कहना है कि छानबीन के दौरान जिनके भी नाम सामने आए हैं, उन्हें नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है। जल्द ही मामले की पूरी सच्चाई न केवल सामने लाई जाएगी बल्कि सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। बता दें कि 24 अगस्त को न्यू पालम विहार में रह रहे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के अंशुल राज द्वारा धोखाधड़ी की शिकायत सेक्टर-50 थाने में दर्ज कराने के बाद से आर्थिक अपराध शाखा-दो कई एंगिल को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। जांच का दायरा बढ़ाने से ही सामने आया कि अंशुल के साथ ही कई अन्य खिलाड़ियों के साथ धोखाधड़ी की गई थी। खिलाड़ी अंशुल राज के अधिवक्ता उमर सिद्दकी का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे काफी लोग गिरफ्त में आएंगे, ऐसा मामले से लग रहा है।

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