हल्द्वानी: राज्य में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। जो आंकड़े 100 के नीचे रह रहे थे वह अब 250 के आंकड़े को छू रहे हैं। उत्तराखंड में कुंभ का आयोजन भी हो रहा है जो तोरोना वायरस के फैलने की चिंता को और बढ़ा रहा है। राज्य में कोरोना वायरस की कुल संख्या अब एक लाख के पास पहुंचने वाली है। कोरोना वायरस से लोगों को बचाने के लिए राज्य में सैंपलिंग को बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा बॉर्डरों पर रैंडम सैंपलिंग भी शुरू हो गई है।
उत्तराखंड के बॉर्डर पर हो रही जांच में केरल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और तमिलनाडु जैसे ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों से आने वाले लोगों पर नजर है। सुरक्षा के लिहास से एयरपोर्ट पर दो टीमें तैनात की गई हैं। वहीं रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। बता दे कि कुछ दिन पहले सीएम तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेसवर्ता में भी यह बात बोली थी। उन्होंने कहा था कि सरकार उन राज्यों पर फोक्स कर रही है, जहां कोरोना वायरस के मामले अधिक हैं। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि राज्य के बॉर्डर और बाकी स्थानों पर कोरोना जांच को लेकर जिलाधिकारी समय और जरूरत के अनुसार खुद निर्णय ले रहे हैं। राज्य में फिलहाल संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है। फिलहाल हिमाचल-नेपाल बॉर्डर पर जांच का काम अभी शुरू नहीं किया गया है।
बता दें कि शनिवार को उत्तराखंड में 257 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव और 6444 की निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक 126 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। हरिद्वार में भी 73 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इसके अलावा टिहरी में 15, नैनीताल में 12, ऊधमसिंह नगर में 10, पौड़ी में पांच, उत्तरकाशी में चार, चंपावत, पिथौरागढ़ व रुद्रप्रयाग में तीन-तीन, अल्मोड़ा में दो व चमोली में एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। बागेश्वर जिले में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं मिला है।
कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों के ताजा मामले 62,500 से अधिक दर्ज किए गए। बीते 163 दिनों में यह सबसे अधिक मामले हैं। इसके अलावा भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामलों पर ध्यान दें तो वर्तमान में यह लगभग 4.85 लाख है।