देहरादून: राज्य में कंटेनमेंट जोन की संख्या 100 से पार हो गई है। कंटेनमेंट जोन में एक प्रकार का लॉकडाउन लगा हुआ है जहां केवल आपात सेवाएं जारी है। इसके अलावा किसी को भी बाहर घूमने की इजाजत नहीं है। जून के तीसरे हफ्ते में उत्तराखंड बोर्ड की बची हुई परीक्षाएं हुई थी लेकिन कंटेनमेंट जोन में रहने वाले बच्चे परीक्षाओं में नहीं बैठ सके।
ऐसे में संशय को दूर करने के लिए अहम फैसला लिया गया है। प्रदेश के कंटेनमेंट जोन में रहने वाले हाईस्कूल और इंटर के छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग ने बड़ी राहत दी है। इन छात्रों को बिना परीक्षा दिए प्रमोट किया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने विभागीय अधिकारियों को कंटेनमेंट जोन के छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट करने के निर्देश दिए।लॉकडाउन लगने की वजह से दसवीं क्लास के अलग-अलग विषयों के पांच पेपर नहीं हो पाए थे। इसी तरह 12वीं के अलग-अलग विषयों के 8 पेपर होने बाकी थे। बची हुई परीक्षाएं हाल ही में संपन्न हुई हैं, लेकिन कंटेनमेंट जोन में रहने वाले छात्र परीक्षा में नहीं बैठ सके।
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वहीं विद्यार्थियों के बाद पास दो विकल्प मौजूद होंगे। पहला उन्हें बिना परीक्षा दिए पास किया जाएगा। पिछले पेपरों में हासिल हुए अंकों का औसत निकाला जाएगा और उन्हें अंक दिए जाएंगे। दूसरी ओर अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा देना चाहता है तो अलग से परीक्षा की व्यवस्था की जाएगी। बता दें कि 24 मार्च के बाद कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लागू हुआ था। इसके बाद से बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी। उत्तराखंड बोर्ड ने तो अपनी परीक्षाएं करवा ली हैं लेकिन सीबीएसई ने सुरक्षा को ध्यान में रखने हुए बची हुई परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया है।