Bageshwar News

बागेश्वर की कल्पना मेहरा ने हिंद महासागर में गोता लगाकर लिया श्रीराम का आर्शीवाद

Ram Bhakt Kalpana: Bageshwar Motivational story: राम मंदिर उद्घाटन के दिन भारत के साथ देश-विदेश में उत्सव मनाया गया। राममय हुए भारत में कई रामभक्तों और उनकी भक्ति की अनोखी कहानी सामने आई तो कई लोगों ने अपनी भक्ति का अद्भुत प्रदर्शन भी किया। ऐसी ही एक राम भक्त की कहानी उत्तराखंड के बागेश्वर से भी सामने आई है। रामायण में सबसे बड़ा राम भक्त पवन पुत्र हनुमान को माना गया है जिनके सीने की गहराइयों में भी बस राम बसे थे। बागेश्वर से सामने आई राम भक्त की कहानी भी उन गहराइयों जितनी ही गहरी है।

कल्पना मेहरा बागेश्वर के द्वारसों गांव की रहने वाली हैं। सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली कल्पना के हौसलों और इच्छाशक्ति को आज हर कोई झुक कर नमन कर रहा है। आपको बता दें कि भारत के अमृत महोत्सव की शुरुआत, चंद्रयान-3 की सफलता पर तिरंगे के साथ, तो 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक और पवित्र पर्व पर भगवान राम के पटाके के साथ समुद्रों की गहराई में कल्पना स्कूबा डाइविंग कर चुकी हैं। कल्पना द्वारा भगवान राम के पताके संग हिंद महासागर में 30 फ़ीट की गहराई में गोता लगाया, ये सच में प्रदेश व देशवासियों के लिए अकल्पनीय है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था उस काम को भगवान राम के आशीर्वाद से कल्पना ने पूरा कर दिखाया।

कल्पना बताती हैं की विदेश में नौकरी करने के कारण उन्हें 22 जनवरी को विशेष छुट्टी मिलना लगभग असंभव था। छुट्टी ना मिलने की चिंता में उनका स्वास्थ्य भी खराब होने लगा। बिगड़ते स्वास्थ्य और छुट्टी ना मिलने के विचारों के बीच उन्होंने भगवान राम को याद किया और आशीर्वाद के रूप में उनकी छुट्टी स्वीकार हो गई। छुट्टी स्वीकार होने की ख़ुशी में स्वास्थ्य के पूरी तरह ठीक ना होने पर भी कल्पना गोता लगाने चल पड़ी। भगवान राम के आशीर्वाद से पानी में 30 फ़ीट से भी गहरे समुद्र तल पर प्रतीक्षा कर रहे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर वापस लौट आई। कल्पना के पिता रिटायर्ड कैप्टन हरीश सिंह मेहरा और माता हेमा मेहरा अपनी बेटी द्वारा किए इस कार्य पर गौरवान्वित हैं और भगवान राम के आशीर्वाद के सदैव बने रहने की प्रार्थना भी कर रहे हैं।

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