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लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की तैयारी शुरू, हैट्रिक जमाने के लिए हल्द्वानी में बनी अहम रणनीति

2024 लोकसभा चुनाव के अंतर्गत उत्तराखंड में भाजपा की तैयारी शुरू: प्रदेश में लोकसभा की पाँचों सीट के लिए पार्टी ने विस्तारक तय कर दिए हैं। चुनाव पूरा होने तक ये अपने क्षेत्र में उपस्थित रहेंगे।

विस्तारकों को पार्टी ने संगठनात्मक कार्यों के पर्यवेक्षण का दायित्व सौंपा है। इसके साथ पार्टी पदाधिकारियों के बीच मतभेद को सुलझाना एवं सरकार और संगठन के बीच तालमेल बनाए रखना भी इन्हीं की ज़िम्मेदारी होगी।

रविवार को हल्द्वानी में पार्टी की 10 घंटे की महत्वपूर्ण गोपनीय बैठक हुई। जिसमें प्रदेश की पांच लोकसभा सीटों के लिए सात विस्तारक तय करने का निर्णय हुआ। सूत्रों के अनुसार बैठक में एक प्रदेश संयोजक और एक सह संयोजक बनाया गया है, बाकी पांच विस्तारकों को लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक अपने संसदीय क्षेत्रों में प्रवास पर रहने के निर्देश मिले हैं।

भाजपा की विचारधारा और अनुशासन के कारण कोई भी नेता विस्तारकों के नामों पर प्रकाश डालने से बच रहा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। आगामी चुनाव के नज़रिए से इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए। 5 लोकसभा सीट विस्तारक तय होने के बाद अभी जानकारी प्राप्त हो रही है कि 70 विधानसभा सीटों के लिए भी विस्तारक तय होने हैं।

बताया जा रहा है कि रविवार को हुई इस बैठक में पहले जिलाध्यक्षों फिर जिला प्रभारियों के साथ बैठक हुई। संगठन महामंत्री ने सभी को अनुशासनहीनता से बचने एवं तालमेल बैठने के दिशानिर्देश दिए हैं।

 कुमाऊं मंडल की बैठक में नैनीताल भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पिथौरागढ़ से गिरीश जोशी, काशीपुर से गुंजन सुखीजा, रानीखेत से लीला बिष्ट, चंपावत से निर्मल मेहरा, रूद्रपुर से कमल जिंदल, बागेश्वर से इंद्र सिंह फर्स्वाण के अलावा इन सभी जिलों के प्रभारी भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इसके बाद जल्द ही गढ़वाल में भी जिलाध्यक्षों और प्रभारियों की बैठक भी होनी है। बता दें कि साल 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा ने उत्तराखंड की पांचों सीटों पर कब्जा जमाया था और अब 2024 में भाजपा की कोशिश है कि उत्तराखंड में हैट्रिक जमाए। दूसरी ओर कांग्रेस का विधानसभा 2022 में प्रदर्शन 2017 से बेहतर था और अब पार्टी उसी लिहाज से आगे की तैयारी कर रही है।

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