लालकुआं: हादसे ना तो इंसानों में फर्क करते हैं और ना ही जानवरों में। हल्द्वानी के हल्दूचौड़ में एक हाथी की मौत की खबर जितनी दर्दनाक है, उतना ही खतरनाक है इस हादसे का कारण। दरअसल दस वर्षीय हाथी का मौत तब हो गई जब वो हाईटेंशन बिजली की तार के चंगुल में आ गया।
यह मामला हल्दूचौड़ के बच्ची धर्मा गांव का है। मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ है। लाज़मी है कि वन विभाग एक जानवर की मृत्यु पर चुप नहीं बैठने वाला। इसी वजह से वन विभाग ने उर्जा निगम के एसडीओ और जेई के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट में केस दर्ज करा जिया है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के लिए सोमवार लेकर आया अच्छी खबर,एक हजार से ज्यादा लोगों ने कोरोना को हराया
मामले की जानकारी वन प्राभग के एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने दी। हुआ यूं कि देर शाम रविवार को तीन हाथी टांडा रेंज से रेलवे ट्रैक पर चल कर हल्दूचौड़ के धर्मा गांव पहुंच गए। रात तो ज़्यादा किसी का ध्यान नहीं गया।
मगर सुबह जब गांव के लोगों ने खेत का रुख किया तो वहां विशालकाय हाथी को पड़ा देख हड़कंप मच गया। दुखद बात यह रही कि हाथी वहां खेत में मृत पाया गया। बताया जा रहा है कि हाथी वहीं खेत के पास से गुज़र रही एक हाईटेंशन वायर की चपेट में आ गया था।
यह भी पढ़ें: नैनीताल में लौटने लगे हैं पर्यटक, मंत्री सतपाल महाराज ने नए साल से पहले दिए शुभ संकेत
मौके की जानकारी जैसे ही क्षेत्रवासियों ने वन विभाग को दी, तो तराई पूर्वी वन प्रभाग की एक टीम बताए गए स्थान पर पहुंची। वन प्रभाग के डीएफओ संदीप कुमार, गौला रेंज के एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया, वन क्षेत्राधिकारी आरपी जोशी, ऊर्जा निगम के एसडीओ मनोज पांडे ने घटनास्थल पर पहुंच कर सारा जायज़ा लिया।
एसडीओ ध्रुव सिंह मर्तोलिया ने कहा कि हाथी की मौत करंट लगने से ही हुई है। हाथी की गर्दन और जबड़े पर जलने के निशान मिले हैं।