हल्द्वानीः कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। इस माहामारी के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कोरोना को हराने के लिए लॉकडाउन किया गया। ताकि लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और कोरोना को फैलने से रोके। इस माहामारी ने लोगों को एक चीज तो सीखा दी है कि वे समाजिक दूरी बनाए और अपने आप को पूरी तरह सैनेटाइज करें। कोरोना से बचने के लिए सबसे कारगार उपाय ये ही है की आपके पास आने हर वाले हर व्यक्ति से आप दूरी बनाए रखें। भारत में कई जगह लोग इस माहामारी से बचने के लिए अलग-अलग तरह के उपकरण बना रहे हैं। लेकिन हल्द्वानी के दो युवा ऐसे हैं जिन्होने एक ऐसी डिवाइस बनाई है जिसकी हर जगह चर्चा हो रही है। और चर्चा हो भी क्यों ना, भाईयों ने काम ही ऐसा किया है।
बता दें कि गौजाजाली बिचली निवासी दो चचेरे भाई अक्षत खुल्बे और उज्जवल खुलबे ने साथ मिलकर एक सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस तैयार की है। दोनों ने दावा किया है कि डिवआइस का इस्तेमाल करने पर कोई भी अगर एक मीटर की दूरी से पास आता है तो यह डिवाइस बीप करने लगेगी। भाईयों ने बताया कि बैंक और मंडी में लोगों के बीच सामाजिक दूरी का पालन नही करने पर उन्होंने इस डिवाइस को बनाने का सोचा। और फिर क्या था दोनों ने डिवाइस में लगने वाले उपकरण खरीदे और 12 जून से इस डिवाइस को बनाना शुरू कर दिया।
भाइयों ने बताया की उन्हें चार दिन डिवाइस के लिए प्रोग्रामिंग करने में लगे। जिसके बाद वो पल आ ही गया जिसके लिए इन दोनों भाईयों ने दिन रात महनत करी। बुधवार को डिवाइस को तैयार कर लिया गाय। भाईयों का कहना है कि इस डिवाइस के दाम कम हैं और इसका प्रयोग बड़े स्तर पर भी सोशल डिस्टेसिंग के पालन के लिए किया जा सकता है। डिवाइस बनाने के लिए अल्ट्रासोनिक सेंसर, बज्जर, मिनी कंप्यूटर, नौ वोल्ट की बैट्री और कंप्यूटर प्रोगाम का इस्तमाल किया गया है। कंप्यूटर में सी और सी प्लसप्लस लैंग्वैज की मदद से प्रोगाम बनाया गया है। जिसे मिनी कंप्यूटर में इंस्टॉल किया। इस डिवाइस में अल्ट्रासोनिक सेंसर और साथ ही बैट्री लगाई गई है। भाइयों ने बताया कि डिवाइस की रेंज को चार मीटर तक बढ़ाया जा सकता है। दोनों भाई इंजीनियरिंग के छात्र है। इस डिवाइस को बनाने का खर्चा मात्र 250 रुपये आया है। और ये डिवाइस पांच दिन में तैयार हुई है।