हल्द्वानी: शहर की लड़की ने देश का नाम पूरी दुनिया में रौशन किया है। हल्द्वानी निवासी हिमानी सिंह खाती को विदेशी संस्था हॉक वॉच इंटरनेशनल द्वारा 2500 डॉलर का इनाम मिला है। यह इनाम मिलने के पीछे का कारण रहा हिमानी द्वारा लुप्त होते जीवों पर बनाया एक प्रोजेक्ट। हॉक वॉच इंटरनेशनल द्वारा शोधकर्ताओं के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में दुनियाभर के 54 लोगों ने भाग लिया था।
दरअसल रैप्टर्स जीवों की एक प्रजाती है, जिसमें उल्लू, बाज़ या गिद्ध जैसे जीव आते हैं। दुनिया में बदलते समय के साथ साथ जैसे जैसे बीमारियां इंसानों को घेर रही हैं। ठीक वैसे ही जलवायु में भी परिवर्तन आ रहा है। जिससे जीवों पर भी भयंकर मार पड़ रही है। कई प्रजातियां लुप्त हो रही हैं, कई लुप्त होने की कगार पर हैं। इसी कारणवश जीवों के लिए अमेरिका में बनी हॉक वॉच संस्था ने सितंबर 2020 में एक आयोजन शुरू किया।
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इस आयोजन में दुनियाभर के शोधकर्ताओं, विज्ञानियों से उनके मन मुताबिक रैप्टर जीवों के बारे में प्रोजेक्ट बनाने और उसे जमा करने को कहा गया था। जिसमें जीवों के लुप्त होने के कारणों, जीवों को होने वाले नुकसान और बचाव को लेकर सुझाव आमंत्रित किए गए थे। इसमें अलग अलग देशों से रिकॉर्ड 54 प्रोजेक्ट शामिल हुए। जिसमें उत्तराखंड से भी एक प्रोजेक्ट आया था। जिसे हल्द्वानी की रहने वाली हिमानी खाती ने बनाया था।
हल्द्वानी की हिमानी सिंह खाती उत्तराखंड के Himalayan Institute For Sustainable Environment & Research Society में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर कार्यरत हैं। हिमानी सिंह ने अपनी स्कूली पढ़ाई हल्द्वानी के बियरशिबा स्कूल से और ग्रेजुएशन डीएसबी परिसर नैनीताल से की है। इसके बाद उन्होंने दून यूनिवर्सिटी से Natural Resources Management से भी पढ़ाई की है। हिमानी सिंह के पिता बीएस खाती गर्वमेंट सर्विस़ में हैं, जबकि मां मोहिता सिंह गृहिणी हैं।
हॉक वॉच इंटरनेशनल द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में हिमानी सिंह खाती को विजेता चुना गया है। जिसके इनाम में उन्हें 2500 डॉलर दिए जाएंगे। बता दें कि यह चयन पांच ज्ञानियों के पानल द्वारा किया गया। जिसमें प्रोजेक्ट के प्रभाव, जमीनी स्तर पर महत्व और विज्ञान के स्तर को मानक मान कर चयन प्रक्रिया पूरी की गई। आपको बता दें कि हिमानी सिंह ने लुप्त होते लाल गिद्दों के ऊपर शोध प्रोजेक्ट तैयार किया था। जिसमें बताया गया था कि उत्तराखंड में किस तरह से यह प्रजाति गायब हुई है। यह भी बताया गया है कि किस तरह से इनका बचाव किया जा सकता है। हल्द्वानी की हिमानी ने उत्तराखंड के साथ साथ भारत को भी गर्व महसूस कराया है।
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