Nainital-Haldwani News

बाबा नीम करौली के पुत्र का निधन, भक्त बनकर हर साल पहुंचते थे कैंची धाम

भवाली: बाबा नीम करौली के छोटे पुत्र का निधन हो गया। रविवार को लंबी बीमारी से लड़ते लड़ते उन्होंने आखिरी सांस ली। बता दें कि वे हर साल कैंची धाम आते थे और एक भक्त की तरह ही यहां रहा करते थे। उनके निधन पर बाबा के तमाम भक्तों में शोक की लहर है।

मंदिर से मिली जानकारी के मुताबिक बाबा नीम करौली के छोटे बेटे धर्म नारायण शर्मा ज़्यादातर वृंदावन में रहते थे और वहां पर स्थित बाबा द्वारा बनाए आश्रमों को बाखूबी संभालते थे। इसके साथ ही दिल्ली के आश्रम भी उन्हीं की देखरेख में संचालित होते थे।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड पुलिस के 684 जवान कोरोना वायरस की चपेट में आए

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड कैबिनेट बैठक में लिए गए रिकॉर्ड फैसले, जुर्माने को फिर बढ़ाया गया

मंदिर प्रबंधन ने बताया कि वह हर साल मई के महीने में एक भक्त के तौर पर कैंची धाम आते थे। मंदिर में रहते हुएही बाबा का ध्यान करते थे। इतना ही नहीं वह काकड़ीघाट में स्थित मंदिर में भागवत पाठ भी करवाते थे। वृंदावन में भी वह बाबा द्वारा बनाए आश्रम में ही रहते थे। सोमवार दोपहर को लंबी बीमारी के बाद उनका स्वर्गवास हो गया। जिससे बाबा के भक्तों और मंदिर समिति में शोक की लहर है।

कैंची धाम के प्रबंधक विनोद जोशी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाबा वृंदावन में ही रहते थे। लेकिन मई में भक्त के तौर पर एक बार कैंची धाम ज़रूर पहुंचते थे। जिसके बाद काकड़ीघाट में भागवत कराते थे। उनकी मृत्यु से अपूर्णीय क्षति पहुँची है। ईश्वर उनके भक्तों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दे।

यह भी पढ़ें: कोरोना को हराएगा उत्तराखंड,एक बार फिर 1500 से ज्यादा लोगों ने जीती जंग

यह भी पढ़ें: US NAGAR: डीएम ने घोषित किया एक हफ्ते का Curfew,24 घंटे खुल सकती हैं ये दुकानें

यह भी पढ़ें: लॉकडाउन के पक्ष में कैबिनेट मंत्री, कैबिनेट बैठक पर पूरे उत्तराखंड की नजर

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड को सात नए ऑक्सीजन प्लांट की मंजूरी मिली, CM ने कहा नहीं होगी कोई कमी

To Top