देहरादून: गर्मियों के शुरू होने के साथ ही उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। जगलों में लग रही आग से जान और माल दोनों का नुकसान हो रहा है। कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जहां आग ने ग्रामीण क्षेत्र को अपनी चपेट में लिया है। उत्तराखंड में पिछले 24 घंटों के दौरान 39 जगह आग लगने से 62 हेक्टेयर इलाका राख हुआ है, तो अब तक राज्य में कुल 1263 हेक्टेयर जंगल साफ हो चुके हैं। इसी क्रम में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वनाग्नि को लेकर आपत बैठक बुलाई है।
प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी से बात कर उनसे आग बुझाने हेतु हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ़ के सहयोग हेतु अनुरोध किया है। 1/3
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) April 4, 2021
वहीं उत्तराखंड में जंगलों में आग की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए राज्य ने केंद्र से हेलीकॉप्टर और एनडीआरएफ की मांग की गई है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर उत्तराखंड में बढ़ती हुई जंगलों की आग की घटनाओं को देखते हुए यह मांग की है। इस बारे में मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए बताया। उन्होंने लिखा कि प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर उनसे आग बुझाने हेतु हेलिकॉप्टर और एनडीआरएफ़ के सहयोग हेतु अनुरोध किया है। वनों की आग से न सिर्फ़ वन सम्पदा की हानि हो रही है बल्कि जन हानि और वन्य जीवों को भी नुक़सान हो रहा है। वनाग्नि की घटनाओं की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों, वन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और सभी ज़िलाधिकारियों की आपातक़ालीन मीटिंग बुलायी है। उत्तराखंड की वन सम्पदा सिर्फ़ राज्य ही नहीं पूरे देश की धरोहर है। हम इसे सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए कृत संकल्प हैं। उत्तराखंड में इस बार जाड़ों में वर्षा सामान्य से भी कम हुई है और इस कारण भी वनों में आग लगने की घटनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं।”
Uttarakhand Chief Minister Tirath Singh Rawat has called an emergency meeting over the forest fire incidents in the state: Uttarakhand Chief Minister's Office
— ANI (@ANI) April 4, 2021
(file photo) pic.twitter.com/2ftu1Er6gc