देहरादून: प्रदेश में कोरोना संक्रमण के लिहाज से खतरा जरूर पहले से कम हो गया है। संक्रमण दर में भी काफी कमी आई है। मगर कोरोना टीकाकरण के ऊपर मंडरा रहा संकट थोड़ा भारी हो गया है। दरअसल इस बात से हर कोई वाकिफ है कि प्रदेश में वैक्सीन को लेकर खासा किल्लत चल रही है। इसलिए कई सारी जगह टीकाकरण नहीं हो पा रहा है।
अब प्रदेश सरकार द्वारा वैक्सीन आयात करने के फैसले को भी तगड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि प्रदेश में केंद्र द्वारा वैक्सीन की खेप जरूर समय समय पर भेजी जा रही है। मगर यह खेप यहां की खपत के अनुसार कम बैठ रही है। प्रदेश में 18 से 44 और 45 आयु वर्ग को कोविड टीके लगाने के लिए टीके खत्म हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड:आक्सीजन की आपूर्ति को लेकर भारत सरकार ने दी अहम स्वीकृति
यह भी पढ़ें: अन्तरर्राज्यीय एवं जनपदीय यात्रा के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम ने जारी की गाइडलाइन
यही कारण है कि उत्तराखंड सरकार की ओर से टीके खरीदे जा रहे हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार ने दूसरे देशों से वैक्सीन आयात करने का प्लान बनाया था। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किए थे। 15 मई को आमंत्रित किए गए टेंडर में कंपनियों को 20 लाख वैक्सीन की आपूर्ति करने के लिए 10 दिन के भीतर टेंडर भरने का समय दिया गया था।
मगर हुआ यह कि टेंडर की समय सीमा पूरी होने तक एक भी कंपनी ने भाग नहीं लिया। जिस कारण स्वास्थ्य विभाग को मजबूरन ग्लोबल टेंडर को 31 मई तक बढ़ाना पड़ा। बता दें कि दुनियाभर में वैक्सीन की भारी मांग है। इधर उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग और सरकार हर तरह के प्रयासों में लगे हुए हैं। वैक्सीन आयात करने वाली कंपनियों से भी संपर्क किया जा रहा है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि ग्लोबल टेंडर भरने की डेट एक हफ्ते के लिए बढ़ा दी गई है।
यह भी पढ़ें: कोटाबाग में शादी के दिन संक्रमित निकली दुल्हन,लहंगे की जगह पहननी पड़ी PPE किट
यह भी पढ़ें: नैनीताल जिले में बुजुर्गों को चिन्हित कर लगाई जाएगी वैक्सीन
यह भी पढ़ें: हादसे का शिकार हुआ हल्द्वानी निवासी युवा सागर,इलाज के लिए चाहिए आप सभी का साथ,मदद करें
यह भी पढ़ें: नैनीताल जिले में बुजुर्गों को चिन्हित कर लगाई जाएगी वैक्सीन