Nainital-Haldwani News

ड्रोन से होगी हल्द्वानी शहर की निगरानी, अगस्त से शुरू होगा नगर निगम का सर्वे

ड्रोन से होगी हल्द्वानी शहर की निगरानी, अगस्त से शुरू होगा नगर निगम का सर्वे

हल्द्वानी: शहरवासियों को जल्द ही अपने घरों की छत पर ड्रोन उड़ता हुआ दिखेगा। नगर निगम ने इस बारे में तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। नगर की संपत्ति को चिन्हित करने के लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। ड्रोन की मदद से होने वाला सर्वे अगस्त से शुरू होने की पूरी संभावना है।

दरअसल नगर निगम जियोग्राफिकल इनफॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) आधारित सर्वे करने जा रहा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुमति के बाद अब निगम को स्थानीय प्रशासन से परमिशन चाहिए।

बता दें कि शहरी विकास निदेशालय के निर्देशों को मुताबिक हल्द्वानी के साथ राज्य के चार निकायों के डिजिटल मैप तैयार किए जाने हैं। प्रदेश स्तर से चुनी गई फर्म ने अबतक नगर के 60 वार्डों की सेटेलाइट इमेज जुटा ली हैं। अब इसके ड्रोन से सर्वे की तैयारी है।

डिजिटल मैप का फायदा ये होगा कि भवन, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मैदान, स्कूल, खाली प्लाट, कॉलेज, पार्क, सड़क, नाले जैसी सभी प्रॉपर्टी वेब पोर्टल पर दर्ज हो जाएंगी इसके बाद आपत्ति सुनी जाएंगी। जिसके निस्तारण के बाद अंत में पोर्टल पर डाटा अपलोड हो जाएगा। बहरहाल डिजिटल मैप तैयार होने के बाद टैक्स की गणना, सत्यापन, निगरानी आदि आसान हो जाएगी।

नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया के अनुसार डिजिटल मैप का ड्रोन से सर्वे अगस्त से शुरू हो जाएगा। आपत्तियां सुनने के बाद इसे अंतिम रूप से लागू किया जाएगा। इससे टैक्स की निगरानी में आसानी होगी।

नगर निगम को ड्रोन की मदद से प्रत्येक संपत्ति की यूनिक आइडी, कर निर्धारण सूची की सभी सूचनाएं, संपत्ति का विद्युत व जल संयोजन नंबर, संपत्ति का सीवरेज संयोजन नंबर, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन विभाग का संपत्ति अंतरण नंबर, राजस्व अभिलेख के अनुसार खसरा संख्या आदि जानकारी जुटाने में आसानी होगी।

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ड्रोन से होगी हल्द्वानी शहर की निगरानी, अगस्त से शुरू होगा नगर निगम का सर्वे

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हल्द्वानी: शहरवासियों को जल्द ही अपने घरों की छत पर ड्रोन उड़ता हुआ दिखेगा। नगर निगम ने इस बारे में तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। नगर की संपत्ति को चिन्हित करने के लिए ड्रोन की मदद ली जाएगी। ड्रोन की मदद से होने वाला सर्वे अगस्त से शुरू होने की पूरी संभावना है।

दरअसल नगर निगम जियोग्राफिकल इनफॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) आधारित सर्वे करने जा रहा है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुमति के बाद अब निगम को स्थानीय प्रशासन से परमिशन चाहिए।

बता दें कि शहरी विकास निदेशालय के निर्देशों को मुताबिक हल्द्वानी के साथ राज्य के चार निकायों के डिजिटल मैप तैयार किए जाने हैं। प्रदेश स्तर से चुनी गई फर्म ने अबतक नगर के 60 वार्डों की सेटेलाइट इमेज जुटा ली हैं। अब इसके ड्रोन से सर्वे की तैयारी है।

डिजिटल मैप का फायदा ये होगा कि भवन, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, मैदान, स्कूल, खाली प्लाट, कॉलेज, पार्क, सड़क, नाले जैसी सभी प्रॉपर्टी वेब पोर्टल पर दर्ज हो जाएंगी इसके बाद आपत्ति सुनी जाएंगी। जिसके निस्तारण के बाद अंत में पोर्टल पर डाटा अपलोड हो जाएगा। बहरहाल डिजिटल मैप तैयार होने के बाद टैक्स की गणना, सत्यापन, निगरानी आदि आसान हो जाएगी।

नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया के अनुसार डिजिटल मैप का ड्रोन से सर्वे अगस्त से शुरू हो जाएगा। आपत्तियां सुनने के बाद इसे अंतिम रूप से लागू किया जाएगा। इससे टैक्स की निगरानी में आसानी होगी।

नगर निगम को ड्रोन की मदद से प्रत्येक संपत्ति की यूनिक आइडी, कर निर्धारण सूची की सभी सूचनाएं, संपत्ति का विद्युत व जल संयोजन नंबर, संपत्ति का सीवरेज संयोजन नंबर, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन विभाग का संपत्ति अंतरण नंबर, राजस्व अभिलेख के अनुसार खसरा संख्या आदि जानकारी जुटाने में आसानी होगी।

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