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हल्द्वानी से 80 लाख रुपए लेकर फरार हुई महिला आरोपी West Bengal से गिरफ्तार

हल्द्वानी: शहर के 10 बैंकों से 80 लाख रुपए हड़पकर भागी महिला कजारी घोष पत्नी मनीष नंदी को काठगोदाम पुलिस ने West Bengal से गिरफ्तार किया है। महिला और उसके परिवार ने रेलवे स्टेशन मास्टर को गारंटर बनाकर 80 लाख रुपए का लोन लिया। इसके बाद वो अपने परिवार ( पति और देवर) के साथ हल्द्वानी छोड़कर West Bengal भाग गई। आरोपी दंपती ने पैसों के लिए देवर की शादी स्टेशन मास्टर की भतीजी से कराई, इसके बाद उसे दहेज के लिए भी प्रताडित करने लगे। महिला को एसीजेएम कोर्ट के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया है।

ऐसे रची पूरी साजिश

खबर के अनुसार पश्चिम बंगाल में रहने वाले कजारी घोष के पति मनीष नंदी ने अपने भाई अनुपम नंदी के साथ मिलकर भोटियापड़ाव चौकी के समीप वॉव कोलकाता नाम से रेस्टोरेंट खोला था। मनीष ने वैशाली कॉलोनी के पास घर किराए पर लिया था, जहां उसकी मां गौरी नंदी, पत्नी कजारी घोष व बहन रूपा बनर्जी भी रहते थे। इसके बाद एक राज्य होने की आड़ में आरोपियों ने काठगोदाम स्टेशन मास्टर चयन रॉय से दोस्ती की और उनका विश्वास जीता। दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने के लिए अनुपम नंदी की शादी स्टेशन मास्टर की भतीजी निवेदिता की शादी कराई। शादी के बाद मनीष और अनुपम ने अपने व परिवार के लोगों के नाम से 10 बैंकों से करीब 80 लाख रुपये का लोन लिया, जिसका गारंटर स्टेशन मास्टर चयन राय को बनाया। पैसों की लालच में आरोपियों ने निवेदिता को दहेज के लिए प्रताडित करना शुरू कर दिया।

16 मार्च को पांच माह की गर्भवती निवेदिता को मायके भेजकर और अपना सामान लेकर शहर से फरार हो गए। ये भी सामने आया है कि कजारी घोष परिवार मकान मालिक के सवा लाख रुपए ( किराए) भी हड़प लिए। एक मई को निवेदिता ने काठगोदाम थाने में पति समेत जेठ, जेठानी, ननद व सास के विरुद्ध दहेज के लिए प्रताडि़त करने व धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। आरोपियों के फोन ट्रेस किए गए तो लोकेशन पश्चिम बंगाल के दमदम कोलकाता में सामने आई। काठगोदाम चौकी प्रभारी दान सिंह मेहता के नेतृत्व में टीम पश्चिम बंगाल रवाना हो गई। चौकी प्रभारी ने इस मामले की जानकारी दी और बताया कि 29 जुलाई को दमदम स्थित मायके से कजारी घोष को गिरफ्तार कर लिया गया। वहां की न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेकर पुलिस कजारी को हल्द्वानी ले आई और गुरुवार को जेल भेज दिया। 

स बीच कजारी घोष का पति और देवर भागने में कामयाब रहे। दोनों दमदम से 150 किलोमीटर दूर गांव में छिपे हुए थे, उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद मांगी जो उन्हें नहीं मिली। काठगोदाम पुलिस जब खुद वहां पहुंची तो दोनों वहां से फरार हो गए। ये भी सामने आया है कि घोष परिवार ने शहर के अन्य करोबारियों से भी करीब 40 लाख रुपए का लोन लिया हुआ है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।

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