हल्द्वानी: उत्तराखंड में आर्मी को एक जॉब नहीं बल्कि एक भाव माना जाता है। यहां के युवाओं में आर्मी में भर्ती होने का जज्बा देखने लायक है। सड़कों पर दौड़ते हुए, सुबह सुबह वर्जिश करते हुए अधिकतर राज्य के युवक दिख ही जाया करते हैं। सेना में भर्ती हो कर देश सेवा करने की उत्तराखंड की पुरानी परम्परा को यह युवा पीढ़ी बखूबी आगे बढ़ा रही है। वे लगातार अपनी मेहनत से फौज में बड़े से बड़े पदों पर पहुंच कर उत्तराखंड को गौरवान्वित महसूस करने का मौका देते हैं।
पहाड़ के गांव से आने वाला एक और युवक देवभूमि का मान बढ़ा रहा है। दरअसल पिथौरागढ़ के विकासखंड बेरीनाग के पाली मसूरिया गांव में रहने वाले होशियार सिंह रावत भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं और सेना में अधिकारी पद मिलने के बाद से ही उनके परिजनों और समस्त गांव में बेहद खुशी भरा माहौल है। लेफ्टिनेंट का पद हासिल कर उन्होंने यह दिखा दिया कि उत्तराखंड के युवकों में अलग जज्बा, अलग बात है। पूरी देवभूमि इस ख़बर पर गर्व महसूस कर रही है।
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जानकारी के अनुसार शनिवार को करीब 181 जेंटलमैन कैडेट्स और 49 महिला कैडेट्स को ओटीए चेन्नई की पासिंग आउट परेड में कमीशन दिया गया, जिसमें से एक नाम पिथौरागढ़ निवासी होशियार सिंह का भी था। बता दें कि होशियार सिंह रावत की इंटर तक की सारी पढ़ाई पिथौरागढ़ में ही पूरी हुई है। बचपन से ही होशियार सिंह पढ़ाई में अव्वल रहे हैं। इसके अलावा 2016 में उन्होंने जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज पौड़ी से इलेक्ट्रॉनिक में बीटेक की डिग्री भी हासिल की है।
जिसके बाद उन्होंने देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सीडीएस यानी कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की परीक्षा में उत्तीर्ण हो कर भारतीय सेना ज्वाइन की।
2109 में सीडीएस के माध्यम से सेना ज्वाइन करने के बाद, होशियार सिंह अब सैन्य अकादमी चेन्नई में हुई पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार कर सेना में लेफ्टिनेंट बन गए। जिसके बाद से ही उनके घर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। जानकारी के मुताबिक होशियार सिंह रावत के पिता और दादा दोनों ही भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और आर्मी सेवानिवृत्त हैं। परिवार द्वारा चलाई जा रही सैन्य परम्परा को कायम रख कर और देश सेवा में अपना समर्पण दिखा कर, होशियार सिंह ने भी यह बड़ा पद अपने नाम कर लिया है। उत्तराखंड के लिए यह एक और बहुत खुशी देने वाली खबर है।
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