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सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा राम मंदिर केस जीतने में प्रधानमंत्री का नहीं है कोई योगदान

एक टीवी इंटरव्यू में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण और अदालत में इस मुद्दे को जीतने में प्रधानमंत्री का कोई हाथ नहीं है। उनका कहना है कि मुद्दे को यहां तक पहुंचाने और सफल बनाने में प्रमुखता से तीन लोगों का हाथ है| राजीव गांधी, नरसिम्हा राव एवं अशोक सिंघल ने इसमें प्रमुख भूमिका निभाई है। गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी खुद भी कोर्ट में राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद मैं मंदिर पक्ष की ओर से पैरवी कर चुके हैं।

सुब्रमण्यम स्वामी भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा के सांसद हैं। स्वामी ने कहा की सरकार की तरफ से या खुद प्रधानमंत्री की तरफ से ऐसा कुछ भी काम नहीं हुआ जिससे यह केस जीतने में अदालत में मदद मिलती। स्वामी ने इसके साथ ही चिंता जताई की की सरकार राम मंदिर को अपने अधीन ना कर ले। स्वामी के अनुसार एक ट्रस्ट बनना चाहिए जो मंदिर को मैनेज करें। उन्होंने उत्तराखंड में मुख्यमंत्री द्वारा मैनेज किए जा रहे मंदिरों के बोर्ड का भी उदाहरण दिया, और कहा यह एक तरह से संविधान की भावना के विपरीत है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा राम मंदिर केस जीतने में प्रधानमंत्री का नहीं है कोई योगदान

सुब्रमण्यम स्वामी अपनी बातों को बेबाकी से रखने के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले भी कई मुद्दों पर वह सरकार एवं प्रधानमंत्री की आलोचना करते आए हैं। उन्होंने रघुराम राजन की नीतियों पर भी सवाल उठाया था। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उन्हें भूमि पूजन में शामिल होने का न्यौता नहीं मिला है और वह इस केस को सफल बनाने में जी जान से लगे थे उन्होंने कहा की इस अवसर पर उन सभी को याद करने की जरूरत है जिनकी वजह से राम मंदिर का निर्माण होने जा रहा है आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन 5 अगस्त को होना है।

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