Uttarakhand News

उत्तराखंड़ में गिरा दुग्ध उपार्जन, तीन जिलो में चार रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए दाम

देहरादून: दुग्ध सहकारी संघों एक बड़ा फैसला लिया है। संघ ने मैदानी जिलों में चार रुपये प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ाए हैं। इस लिस्ट में देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिला शामिल है। इस फैसले के पीछ संघ की कोशिश है कि उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों को दूध की सप्लाई को रोका जाए। दूसरे राज्य में सप्लाई होने से राज्य में दूध उपार्जन कम हो रहा है। पिछले साल की तुलना में प्रदेश में सात प्रतिशत दुग्ध उपार्जन घटा है।

संघ का मानना है कि दूध बाहर जाने से प्रदेश में दूध उपार्जन में कम हुआ। पशुचारे की समस्या के कारण पिछले साल की तुलना में प्रदेश में सात प्रतिशत दुग्ध उपार्जन कम हुआ है। दूसरे राज्यों में दूध की सप्लाई होने की वजह से दुग्ध उपार्जन में कमी हुई और पशुचारे की बढ़ती कीमतें बढ़ने का भी यह एक मुख्य कारण है।

उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों को दूध की सप्लाई रोकने के लिए दुग्ध सहकारी संघों ने मैदानी जिलों में चार रुपये प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ाए हैं। वर्तमान में दुग्ध सहकारी समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 1.80 लाख लीटर दूध उपार्जन किया जा रहा है। देहरादून जिले में प्रतिदिन 10 हजार, ऊधमसिंह नगर में आठ हजार और हरिद्वार जिले लगभग तीन हजार लीटर दूध उपार्जन में कमी आई है। यह सभी जिले उत्तर प्रदेश से सटे हैं और इस वजह से यहां दूध की सप्लाई हो रही है।

बता दें कि पहले समितियों की ओर से दुग्ध उत्पादकों से 38 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदा जाता था, जिसे बढ़ाकर 42 रुपये किया गया। दुग्ध विकास विभाग के सहायक निदेशक जयदीप अरोड़ा ने कहा कि देहरादून, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिले में दुग्ध उपार्जन बढ़ाने के लिए चार रुपये दाम बढ़ोतरी की गई है। दुग्ध उपार्जन में कमी आना पशुचारे की बढ़ती कीमतें भी एक वजह है। दाम बढ़ा कर बाहरी राज्यों के लिए दूध की आपूर्ति को रोका जा सकता है और इन जिलो में उपार्जन बढ़ेगा।

To Top