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सिर्फ यादें ही रह जाएंगी, जमरानी बांध निर्माण के चलते पीछे खिसकेगा हैड़ाखान मंदिर

हल्द्वानी: विश्व प्रसिद्ध हैड़ाखान मंदिर को अब और भी अधिक सुंदर और भव्य बनाने की तैयारियां शुरू हो रही हैं। बता दें कि मंदिर से सट कर जमरानी बांध का निर्माण होना है। जिसके कारणवश यह मंदिर और यहां का आश्रम डूब क्षेत्र में आ जाएगा। इसलिए इसे मौजूदा जगह से 40 मीटर पीछे करना होगा।

हैड़ाखान बाबा का मंदिर ना सिर्फ आस पास के लोगों या भारत बल्कि पूरे विश्व के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। अब जमरानी बांध का निर्माण होने के कारण वर्तमान मंदिर को पीछे कर के बनाया जाना है। अब मंदिर और आश्रम को अधिक सुंदर और भव्य भी बनाया जाएगा। इसे बनाने में मंदिर हैड़ाखंडी समाज और बाबा के पूरे विश्व में मौजूद लाखों भक्तों का सहयोग भी लिया जाएगा। इसके अलावा शासन की तरफ से भी भवन का मुआवजा और लारा एक्ट के तहत मंदिर को पांच एकड़ जमीन भी मिलेगी।

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बांध बनने के निर्णय के बाद भीमताल ब्लॉक में स्थित हैड़ाखान मंदिर को ओखलकांडा विकासखंड के हरीशताल में शामिल करने की योजना थी। लेकिन बाबा के श्रद्धालुओं ने मंदिर को गौला नदी के किनारे ही उसी स्थान पर बनाने की मंशा जाहिर की है। अब शासन द्वारा मंदिर परिसर को भूमि उसके वर्तमान स्थिति से लगती हुए उपलब्ध होगी। 

हैड़ाखान मंदिर के व्यवस्थापक राघवेन्द्र संभल बताते हैं कि पूरी दुनिया में विख्‍यात वर्तमान हैड़ाखान आश्रम की यादें ही शेष रह जाएंगी। जमरानी डैम के निर्माण के साथ ही जब डैम में पानी ठहरने लगेगा तो धीरे-धीरे पूरा आश्रम डैम में चला जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर साल लाखों देशी-विदेश श्रद्धालु यहां आकर ठहरते और ध्यान करते हैं। इतना ही नहीं मंदिर में जहां परंपरागत रूप से हिंदुओं के त्यौहार को मनाया जाता है तो वहीं क्रिसमस और शिव रात्रि भी धूमधाम से मनायी जाती है।

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व्यवस्थापक राघवेन्द्र संभल ने यह भी बताया कि राजस्व व सिंचाई विभाग ने डूब क्षेत्र का सर्वे कर जो पिलर लगाए गए हैं उसमें आश्रम और मंदिर का अधिकांश भाग आया हुआ है। सिंचाई विभाग ने मंदिर परसिर को पिलर से उठाने का आश्वासन दिया है।

आपको बता दें कि मंदिर का निर्माण 1970 से 1984 के दौरान श्री श्री हैड़ाखान वाले बाबा ने किया। जबकि गुफा और मुख्य द्वार 1919 से भी पहले का है। जिसको ब्रहमचारी बाबा द्वारा बनाए जाने की मान्यता है। आश्रम में 100 से अधिक कक्ष श्रद्धालुओं के रहने के लिए हैं। मंदिर परिसर तीन भागों में विभाजित है, जिसमें मुख्य भाग देवी मंदिर है, फकीराबाद भाग (मंदिर का फार्म जो कि चार एकड़ का है) और गुफा वाला भाग है। मंदिर इतना प्रसिद्ध है कि शम्मी कपूर और उनके परिवार जन भी यहां आते रहे हैं। इसके अलावा अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा भी बाबा की भक्त हैं। 

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