हल्द्वानी: राज्य में लॉकडाउन लगा हुआ है। हल्द्वानी में तो एक क्षेत्र को सील किया गया है, जहां बवाल के बाद सीएम त्रिवेंद्र रावत ने CURFEW लगा दिया है। कोरोना वायरस के चलते लागू हुए लॉकडाउन ने हल्द्वानी शहर की अपराधिक घटनाओं की संख्याओं को कम कर दिया है। ये हम नहीं शहर के थानों द्वारा जारी रिपोर्ट कह रही है। 22 मार्च यानी जनता CURFEW के दिन से चोरी, सड़क का झगड़ा, शराब पीकर गाड़ी से टक्कर मारना, झपटमारी से लेकर पति-पत्नी के झगड़े के मामलों का ग्राफ गिर गया है, एक तरह से खत्म ही हो गया है।
शहर में महिलाओं व युवतियों से छेड़खानी के मामले सबसे ज्यादा रहते थे वो भी सामने नहीं ईए हैं। का भी कोई मामला सामना नहीं हुआ। वजह यह है कि सामान्य लोगों के साथ-साथ अराजक तत्व भी घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। बेवजह सड़क पर दिखने वाले लोगों को जब पुलिस दिखती है तो वो घर की तरफ दौड़ते हैं। 22 मार्च के बाद सबसे ज्यादा मुकदमें लॉकडाउन उल्लंघन से जुड़े हैं। इसके अलावा शराब तस्करी को लेकर 27 केस हल्द्वानी में दर्ज हुए। इस दौरान हल्द्वानी में सबसे बड़ी आपराधिक घटना जेल में बंदी की हत्या है।
हीरानगर स्थित उपकारागार में रविवार रात यह मर्डर हुआ था। कोतवाली में महिला हेल्पलाइन में सुबह दस बजे से फरियादियों का जमावड़ा लगा रहता था।
शहर के थानों द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसके अनुसार यहां 22 मार्च से अब तक कुल 55 केस दर्ज हुए। 34 मुकदमे लॉकडाउन नियम तोडऩे, 12 आबकारी एक्ट, दो एनडीपीएस एक्ट, दो आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी, एक गोवंशीय अधिनियम, एक चोरी मय खुलासा, एक दुष्कर्म का केस यहां दर्ज किया गया। एक गुमशुदगी भी शामिल है।
काठगोदाम थाना-लॉकडाउन पीरियड में शराब तस्करी में आठ मुकदमें दर्ज हुए। लॉकडाउन उल्लंघन में 17 और स्मैक तस्करी का एक मामला सामने आया।
बनभूलपुरा थाना-22 मार्च से अब तक यहां करीब 20 केस दर्ज हुए हैं। यह सभी लॉकडाउन उल्लंघन से जुड़े हैं। बुधवार रात 200 अज्ञात लोगों पर मुकदमा कायम किया गया।
मुखानी थाना: यहां कुल 17 केस दर्ज हुए। जिसमें आठ आबकारी एक्ट और सात लॉकडाउन नियम तोडऩे से जुड़े हैं। एक मुकदमा भड़काऊ पोस्ट और दूसरी आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी करने से संबंधित है।