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इन दवाओं के सेवन से बवासीर के दर्द का होगा अंत ( वीडियो)

 

हल्द्वानी: पाइल्स को बवासीर  के नाम से भी जाना जाता है जो आमतौर पर होने वाली एक ऐसी कंडीशन है जिसमे रेक्टम या गुदा की शिराएँ (veins) सूज जाती हैं और कभी-कभी बहुत पीड़ादायक होती हैं |  हल्द्वानी साहस होम्यो क्लीनिक के डॉक्टर एन.सी पाण्डे ने बताया कि इन फैली हुई वैरिकाज वेंस (varicose veins) को अधिकतर गर्भावस्था के दौरान और बाद में देखा जा सकता है। इन्हें अन्य ऐसी स्थितियों में भी देखा जा सकता है जब गुदा पर या गुदा के आस-पास दबाव डाला जाता है | ये 45-65 वर्ष के वयस्कों में होने वाली आम समस्या है जबकि यह कंडीशन महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में संभवतः अधिक देखी जाती है | आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान बवासीर अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन अगर यह बना रहे तो चिकित्सीय देखभाल अपनाना ज़रूरी होता है | सरल रूप से खुद की देखभाल करने की विधियों के द्वारा आपको बवासीर (पाइल्स) के कारण होने वाली खुजली और परेशानी से राहत पाने में मदद मिल सकती है |

हल्द्वानी साहस होम्यो क्लीनिक के डॉक्टर एन.सी पाण्डे ने कुछ होम्योपैथिक दवा बताई जो इस तरह की परेशानी को दूर कर सकती है-

  • NUX VOMICA 200 ( दो बूंद शाम 7 बजे से 7.30 बजे के बीच)
  • SURPUR 200 ( दो बूंद सुबह उठते ही )
  • THUJA 200 ( दिन में 2 बूंद)
  • AESCULUS 30 ( 2 बूंदे)
  • MOTHER  TINCTURE (10 ड्रॉप  दिन में दिन बार ) 

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