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इमरान खान पर कुमार विश्वास का करारा जबाव, ‘जिंदगी में खुद कुछ करते हो या फिर जैश-लश्कर…

नई दिल्लीः पुलवामा में हुए सीआरपीएफ जवानों पर हुए फिदायनी हमले के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। इसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। हालांकि पाकिस्तान इस मामले से अपना पल्ला झाड़ रहा है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी दे दी है कि उसे इस कायराना हरकत का खामियाजा भुगतना पड़ेगा। फिर भी पाकिस्तान की तरफ से बार-बार इस हमले से हाथ होने से इनकार किया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के मुद्दे पर आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बयान जारी किया। इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार ने बिना किसी सबूत के पाकिस्तान पर इल्जाम लगाएं हैं। पीएम इमरान ने हमले में पा‍क का हाथ होने से साफ इनकार करते हुए कहा कि आखिर पाकिस्तान ऐसा क्यों करेगा? इससे हमें क्या फायदा? अगर भारत की सरकार हमें कोई सबूत देगी तो हम इस मसले पर जांच करने के लिए तैयार है। अपने बयान में पाक पीएम इमरान खान ने कहा कि पिछले 15 साल से हम आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। हर बार कश्मीर में कुछ भी होता है तो पाकिस्तान पर इल्जाम लगाया जाता है।इमरान के बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान विश्व को ‘गुमराह करना बंद करें और एक्शन ले’। ऊधर, इमरान के बयान पर कवि कुमार विश्वास ने जोरदार हमला बोला है। कुमार विश्वास ने इमरान खान पर हमला बोलते हुए कहा कि जैश की दी हुई अरबी स्क्रिप्ट जो आपने पढ़ी, उस तुच्छी सी इबारत का अंग्रेजी तजुर्मा करने में आपने 5 दिन लगा दिया।
कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘जैश की दी हुई अरबी स्क्रिप्ट जो आज आपने पढ़ी, उस तुच्ची सी इबारत का इंग्लिश तजुर्मा करने में 5 दिन लगा दिये आपने? इतने खाली हो? जिंदगी में खुद कुछ करते हो या घर में भी लश्कर-जैश-यूएसए-चीन और जनरल कियानी ही सब करते हैं? इधर भारतीय विदेश मंत्रालय ने इमरान के बयान पर हैरानी जताया। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने इस जघन्य हमले की निंदा तक नहीं की न ही उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई। भारत ने पुलवामा पर इमरान खान के आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान दुनिया को गुमराह करना बंद करें और कार्रवाई करे।
कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में सेना के करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। दोनों ने अपने-अपने उच्चायुक्तों को वापस बुला लिया है।

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