हल्द्वानी: किसान आंदोलन रुकने का नाम नहींं ले रहा है। दिल्ली से शुरू हुए किसान आंदोलन के रंग उत्तराखंड में काफी देखे गए। आलम तो यहां तक रहा कि बारत बंद का असर हल्द्वानी तक में दिखाई दिया। बता दें कि आठ दिसंबर को किसानों द्वारा भारत बंद किया गया था। आंदोलन की तपिश यहां तक पहुंच गई थी, कि बंद के दौरान रोडवेज के यात्रियों को भी असुविधा झेलनी पड़ी। मगर उसके बाद माहौल ठीक हो गया था।
फिल्हाल एक और खबर उत्तराखंड रोडवेज बसों को ले कर सामने आ रही है। दरअसल रामपुर और मुरादाबाद में हाईवे पर किसानों के बैठे होने से एक बार फिर रोडवेज बस को रास्ता घूम कर तय करना पड़ा। बता दें कि मंगलवार को दिल्ली रूट पर तकरीबन तीस बसें जाम में फंसी थी। जिसमें हल्द्वानी रोडवेज से निकली बसें भी शामिल थीं। जाम के कारण बसों को घूम कर आना पड़ा। यात्रियों को भी खासा निराशा हाथ लगी। यह सूचना मिलते ही हल्द्वानी बस अड्डे से करीब पांच घंटे तक बसों का संचालन रोक दिया गया।
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जानकारी के अनुसार रामपुर और मुरादाबाद के बीच दलपतपुर टोल प्लाज़ा के पास ही प्रदर्शनकारी किसान रोड चोक कर के बैठे हुए थे। इसके चलते दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, मेरठ आदि की बसें फंस गईं। इसके अलावा जयपुर जाने वाली एक गाड़ी और बाकी जगह जाने वाली कम से कम 13 गाड़ियां हल्द्वानी रोडवेज में ही अटकी रह गईं।
जाम लगने के बाद हल्द्वानी से जो बसें निकली थीं, उन्हें बाजपुर दोराहा पार करा कर टांडा डढ़ियाल से मुरादाबाद को भेजा गया। बता दें कि इन्हीं सब कारणों से यात्रियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। संचालन के आरएम यशपाल सिंह ने जानकारी दी और बताया कि हल्द्वानी से बसों का संचालन रोका गया था मगर स्थगित नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि सभी बसों को लेट चलाया गया था।
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