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रुद्रपुर से दिल्ली रवाना हुई बस को बिलासपुर से भेजा गया वापिस, किसानों का आंदोलन जारी

हल्द्वानी: केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध समूचे भारत के किसान करते दिख रहे हैं। लगभग 12 दिन हो चले हैं और देश भर में किसानों द्वारा किया जा रहा आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा। आंदोलन दिन प्रतिदिन बढ़ा और उग्र होता जा रहा है। आंदोलन के माध्यम से ही प्रदर्शनकारी किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद बुलाया था। भारत बंद का असर भारत के ज़्यादातर राज्यों में देखने को मिला। महाराष्ट्र से ले कर ओडिशा तक में बाज़ार बंद दिखे। साथ ही कई जगहों पर किसानों द्वारा सुबह से ही ट्रेनें और बसें रोकने का सिलसिला देखने को मिला।

उत्तराखंड वासियों ने भी अपने राज्य में भारत बंद के कई दृश्य देखे। जानकारी के मुताबिक ऊधमसिंह नगर जिले से चली एक रोडवेज बस को रामपुर के बिलासपुर से ही वापिस लौटा दिया गया। यह बस यात्रियों को ले कर दिल्ली जा रही थी। प्रदर्शनकारी किसानों ने भारत बंद के चलते इस बस को वापिस भेज दिया।

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खबरों की माने तो जिला ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर बस अड्डे से रोडवेज बस यात्रियों को बैठा कर दिल्ली के लिए रवाना हुई। बताया जा रहा है कि बस में लगभग 11 यात्री सवार थे। भारत बंद का असर तब देखने को मिला जब बस की एंट्री उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में हुई। रामपुर जिले के बिलासपुर स्ठित गन्ना मिल के पास पहुंचते ही सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बस को घेर लिया। मौके पर जमकर हंगामा हुआ मगर किसानों ने बस को वापिस लौटा कर ही सांस ली।

भारी विरोध के बाद बस को किसानों द्वारा वापस लौटा दिया गया। बसों के संचालन में आ रही दिक्कतों को देखते हुए एआरएम द्वारा 3 बजे तक सभी बसों के संचालन पर रोक लगा दी गई। किसानों के आंदोलन की वजह से यात्री पिछले कई दिनों से मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की वजह से जगह-जगह रोड जाम है।

भारी विरोध के चलते बसों के संचालन में खासा दिक्कतें आ रही थी। कुछ मुश्किलें आम जन को भी झेलनी पड़ीं। परेशानियों के चलते एआरएम ने दोपहर तीन बजे तक चलने वाली सभी बसों के संचालन पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद ज़रूरी काम से इधर उधर आना जाना वाले यात्रियों को खासा समस्या हुई। बता दें कि प्रदर्शन कारी किसानों के उग्र आंदोलन का कारण केंद्र सरकार का नया कृषि कानून है, जो कि किसानों के हिसाब से उनके हित में नहीं है।

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