धारचूला: देवभूमि की सुंदरता के तारीफ के पुल तो बड़े नामी लोग भी बांधने से नहीं कतराते। इस बार उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने समुद्र तल से आठ हजार किमी की ऊंचाई पर बसे खोला गांव के नैचुरल स्विमिंग पूल की फोटो देख यहां आने की तीव्र इच्छा जताई है। उन्होंने इसे लेकर ट्वीट भी किया है।
दरअसल युवाओं ने खोला गांव के बाहर बारिंग के पास निकलने वाले प्राकृतिक जलस्रोत को पत्थर व सीमेंट की मदद से स्वीमिंग पूल का रूप दे दिया है। जहां पर खेती का काम भी हो जाता है और नहाने का भी। इसकी मदद से सिंचाई कर ग्रामीण सब्जी भी उगाते हैं।
हुआ ये कि गांव निवासी नरेश धामी ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर इस पूल की फोटो डाली। जिस पर उद्योगपति आनन्द महिंद्रा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसे रीट्विट कर लिखा, ‘इसे देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता। मैंने ऐसा कुछ पहले नहीं देखा। अब से यह मेरी ट्रेवल बकेट लिस्ट में शामिल है।
बता दें कि इसके बाद तो खोला गांव के इस पूल की फोटो वायरल होती ही चली गई। लोग इसे शेयर कर ‘स्वर्ग में स्वीमिंग पूल’ हैशटैग लिख रहे हैं। इसे शुक्रवार रात तक 7606 लाइक मिले।
खोला गांक की बात करें तो ये धारचूला तहसील में तवाघाट से सात किमी की दूरी पर स्थित है। पहले सड़क और फिर चढ़ाई सीधा गांव तक ले जाती है। जानकारी के अनुसार एक हज़ार की आबादी वाले इस गांव से उच्च हिमालयी गांव दारमा व लिपुलेख भी जा सकते हैं। गांव के कई युवा बाहर काम करते हैं।
बहरहाल गांव में पलायन का मुद्दा बड़ा है। लोगों का यहां से पलायन का कारण परिवहन, संचार और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का ना होना ही है। बीएसएनएल का नेटवर्क ना होने से लोग नेपाली सिम का प्रयोग करते हैं। रसोई गैस सिलिंडर भी सात किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई के बाद किसी तरह गांव लाया जाता है।
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