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उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर रोक,जबरन प्रवेश करने पर 14 दिन क्वारंटीन में रहना होगा!

कांवड़िए ध्यान दें, बॉर्डर पर ही मिलेगा गंगाजल, नियम तोड़े तो मिलेगी सज़ा

देहरादून: प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते इस बार भी कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई गई है। इसी सिलसिले में पुलिस मुख्यालय में समन्वय बैठक बुलाई गई। जिसमें करीब आठ राज्यों के पुलिस अधिकारियो के साथ सामंजस्य बैठाया गया। साथ ही जबरन सीमा में प्रवेश लेने वाले कांवड़ियों के लिए प्लान बनाया गया।

दरअसल मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित अंतरराज्‍यीय बैठक में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, अभिसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने पिछले साल की ही तरह कावड़ मेला प्रतिबंधित करने के साथ भक्तजनों के हरिद्वार आने पर रोक लगाई गई है। इस बैठक में आठ राज्यों के आइजी, एडीजी व इंटेलीजेंस स्तर के अधिकारी शामिल रहे।

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उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने सभी अधिकारियों से हरेक राज्य में थाना स्तर पर इंटरनेट के जरिए कांवड़ मेला प्रतिबंध हेतु जागरुकता फैलाने का आग्रह किया। साथ ही कहा कि प्रदेश से सटे बॉर्डर क्षेत्र में कांवड़ि‍यों के जबरन घुसने महामारी एक्ट और 14 दिनों के लिए क्‍वारंटाइन भी किया जा सकता है।

पुलिस महानिदेशक के अनुसार हरियाणा, पंजाब व राजस्थान से आने वाले भक्तों की तादाद सबसे ज्यादा अधिक रहती है। इसी कारण से नारसन व मंडावली उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर अधिक सख्ती रहेगी।

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